देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर जमीयत उलमा-ए-हिंद बुढ़ाना के पदाधिकारियों ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए उनके परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की है। संगठन के वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष मौलाना आसिफ कुरैशी, नगर अध्यक्ष हाफिज मुहम्मद अल्लाह मेहर सिद्दीकी और अन्य पदाधिकारियों ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह अपनी सादगी और सरलता के लिए हमेशा याद किए जाएंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री के रूप में अपने 10 वर्षों के कार्यकाल में ऐतिहासिक योगदान दिया।
मौलाना आसिफ कुरैशी ने कहा कि डॉ. सिंह एक प्रख्यात अर्थशास्त्री के रूप में भी प्रसिद्ध थे और वित्त मंत्री के रूप में उनके द्वारा किए गए आर्थिक सुधार आज भी प्रेरणा देते हैं। डॉ. मनमोहन सिंह का सादगी भरा जीवन और उनकी गहरी समझ भारतीय राजनीति में एक अनूठा स्थान रखती है।
जमीयत उलमा-ए-हिंद के पदाधिकारियों ने बताया कि डॉ. मनमोहन सिंह संगठन के विभिन्न राष्ट्रीय कार्यक्रमों और ईद मिलन समारोहों में शिरकत कर चुके हैं। शोक प्रकट करने वालों में हाफिज राशिद कुरैशी, मुफ्ती वसीम, कौशर अली राणा, एडवोकेट नफीस पुंडीर, इस्लाम सैफी, राशिद मंसूरी, इरशाद सलमानी, मुफ्ती असरार, नवेद फरीदी, मुफ्ती यामीन और मौलाना अब्दुल समद शामिल रहे।