बांदा। जनता दल यूनाइटेड (उत्तर प्रदेश) की प्रदेश उपाध्यक्ष शालिनी सिंह पटेल के खिलाफ सोशल मीडिया पर चल रहे सुनियोजित हमलों के विरोध में सोमवार को जदयू कार्यकर्ताओं ने प्रशासन और पुलिस को दो टूक चेतावनी देते हुए ज्ञापन सौंपा। उन्होंने दोषियों पर कठोर कार्यवाही की मांग की।
पार्टी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी की महिला जिला अध्यक्ष अर्चना सिंह पटेल ने व्यक्तिगत विद्वेष के चलते शालिनी सिंह पटेल की सामाजिक और राजनीतिक छवि को धूमिल करने की साजिश रची है। सोशल मीडिया पर झूठे, अपमानजनक और मानहानिकारक पोस्ट कर एक महिला नेता के चरित्र पर हमला किया गया है।
जदयू ने कहा कि यह हमला केवल एक व्यक्ति पर नहीं, बल्कि महिला सम्मान, लोकतांत्रिक मर्यादा और सामाजिक नैतिकताओं पर सीधा प्रहार है। प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि अर्चना सिंह ने शालिनी सिंह पटेल के दिवंगत पिता की तस्वीर पर भी अमानवीय टिप्पणी की, जो संवेदनाओं की हर सीमा को पार करती है।
इसके अलावा बिहार सरकार के मंत्री श्रवण कुमार और विधान परिषद सदस्य रविन्द्र प्रसाद के साथ हुई शिष्टाचार भेंट की तस्वीर को भी तोड़-मरोड़कर इस तरह प्रचारित किया गया मानो उन्हें पैसों से भरा बैग दिया गया हो, जबकि हकीकत में वह बैग केवल डायरी, फाइल और पेन से भरा था।
कार्यकर्ताओं ने मांग की कि शालिनी सिंह पटेल को तत्काल प्रशासनिक सुरक्षा दी जाए और सोशल मीडिया पर फैलाए गए अफवाहों व आपत्तिजनक पोस्टों पर त्वरित कानूनी कार्रवाई हो। साथ ही पूरे प्रकरण की अपराध की दृष्टि से जांच कर आरोपियों पर कठोर कार्यवाही की जाए।
ज्ञापन सौंपने के दौरान नगर मजिस्ट्रेट और पुलिस उपाधीक्षक (नगर) अशोक लॉट मौजूद रहे, जिन्होंने उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया। इस अवसर पर जदयू जिलाध्यक्ष उमा कांत सविता, महिला नगर अध्यक्ष ज्योति मौर्या, समाज सुधार वाहिनी से गरिमा सिंह पटेल, जानकी देवी, मिथिला सोनी, सुनीता, जय रानी देवी, अटल बिहारी पटेल, सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के प्रदेश प्रवक्ता संतोष अकेला, दिव्यांग प्रकोष्ठ से बिहारी लाल अनुरागी, रामशरण यादव, वकील खान, सद्दाम हुसैन, रवि सिंह, शत्रुघ्न बिला यादव, अखिलेश यादव, निशा किन्नर, भुवनेश्वर तिवारी, बृजेश सिंह, फिरोज अली सिद्दीकी समेत 100 से अधिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।