बागपत। उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के छपरौली निवासी जितेंद्र, जिसने 25 दिसंबर को दिल्ली के संसद भवन के पास खुद को आग लगा ली थी, की गुरुवार देर रात आरएमएल अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई।मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जितेंद्र पुलिस की कार्यशैली और होमगार्ड के उत्पीड़न से परेशान था। उसके बड़े भाई रविंद्र ने बताया कि जितेंद्र ने अनुसूचित जाति जनजाति आयोग में पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने की शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसी निराशा में उसने यह कदम उठाया।
मामले की जानकारी मिलते ही बागपत पुलिस अलर्ट हो गई। कस्बे में कई थानों की पुलिस तैनात कर दी गई है, क्योंकि स्थानीय लोगों में पुलिस के खिलाफ भारी गुस्सा है।विशेष पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) मधुप तिवारी ने बताया कि 25 दिसंबर को दोपहर करीब 3:30 बजे रेल भवन के पास पार्क में जितेंद्र ने खुद को आग लगाई थी। वहां मौजूद पुलिस और अन्य लोगों ने कंबल की मदद से आग बुझाई और उसे अस्पताल पहुंचाया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी जान नहीं बचाई जा सकी।