कैलाश मानसरोवर यात्रा एक बार फिर शुरू हो रही है। विदेश मंत्रालय ने इस वर्ष यात्रा के लिए चयनित श्रद्धालुओं के नामों की घोषणा लॉटरी सिस्टम के माध्यम से की है। कोविड महामारी और भारत-चीन संबंधों के कारण 2019 से यह यात्रा बंद थी, लेकिन अब इसे फिर से शुरू किया जा रहा है।
इस बार जून से अगस्त के बीच कुल 5 जत्थे भेजे जाएंगे, प्रत्येक जत्थे में 50-50 यात्री शामिल होंगे। यात्रा के लिए दो मुख्य रूट तय किए गए हैं — पहला रूट उत्तराखंड के लिपुलेख दर्रे से होकर जाता है, जबकि दूसरा रूट सिक्किम के नाथू ला दर्रे के माध्यम से है। दोनों मार्गों पर यात्रियों को ऊंचे पर्वतीय रास्तों और कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है, लेकिन यह यात्रा आध्यात्मिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है।
यात्रा के लिए चयनित लोगों को शारीरिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ होना आवश्यक है, क्योंकि इस यात्रा में ऊंचाई और कठिन ट्रैक का विशेष ध्यान रखना पड़ता है। मंत्रालय ने यात्रियों को जरूरी चिकित्सा जांच और प्रशिक्षण के लिए भी तैयार रहने को कहा है।