एशिया कप 2025 में भारत ने पाकिस्तान को सात विकेट से हराकर एक बार फिर अपनी श्रेष्ठता साबित की। इस हार से पाकिस्तान के खिलाड़ियों और नेताओं दोनों में निराशा साफ झलक रही है। मैच के दौरान भारतीय खिलाड़ियों ने पाकिस्तान टीम से हाथ मिलाने से परहेज किया, जिस पर पाकिस्तान में राजनीतिक हलकों से तीखी प्रतिक्रिया सामने आई। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने इसे खेल भावना के विपरीत बताया और अपनी नाराज़गी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि भारत का यह रवैया पड़ोसी रिश्तों में कड़वाहट बढ़ाने वाला है।
ख्वाजा आसिफ यहीं नहीं रुके, उन्होंने इस हार को भारत-पाक रिश्तों से जोड़ते हुए पुराने घटनाक्रमों का भी जिक्र कर दिया। आसिफ ने कहा कि पाकिस्तान को बार-बार भारत के व्यवहार से अपमान झेलना पड़ रहा है। उन्होंने मई में हुए संघर्ष का उल्लेख करते हुए दावा किया कि उस समय पाकिस्तान ने भारतीय विमानों को मार गिराया था। हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि आसिफ के बयान खेल से ज़्यादा राजनीति से प्रेरित हैं।
दरअसल, पाकिस्तान की हार के बाद वहां की मीडिया और सियासी दल भारत विरोधी माहौल बनाकर अपने लोगों को संतुष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन हकीकत यह है कि मैदान पर भारतीय टीम का प्रदर्शन एकतरफा रहा और पाकिस्तान कहीं भी टक्कर नहीं दे पाया। “नो हैंडशेक” विवाद को हवा देकर पाकिस्तानी नेता अपनी नाकामी छिपाने की कोशिश कर रहे हैं। ख्वाजा आसिफ के बयान से यह भी साफ झलकता है कि पाकिस्तान अब भी भारत के “ऑपरेशन सिंदूर” जैसे अभियानों की याद से भयभीत है। खेल को राजनीति से जोड़ना दोनों देशों के रिश्तों के लिए किसी भी तरह से शुभ संकेत नहीं है।