महाराष्ट्र:देश की आर्थिक राजधानी महाराष्ट्र में सियासी पारा चढ़ा हुआ है। यहां नेता एक-दूसरे पर बयानबाजी कर रहे हैं। हम बात कर रहे हैं शिवसेना और शिवसेना (शिंदे गुट) के दरमियान की।महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने बीती शनिवार को कहा कि लोकसभा चुनाव में महा विकास आघाडी की कामयाबी कम वक्त के लिए है, जिसे आने वाले विधानसभा चुनाव (Assembly Election) में दोहराया नहीं जा सकेगा।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक महाराष्ट्र के दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान में शिवसेना की दशहरा रैली में एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे की कयादत वाली शिवसेना (UBT) की तुलना असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन से की। इस बार नहीं जीतेगी महाविकास अघाड़ी
रैली में एकनाथ शिंदे ने कहा कि “लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में महा विकास आघाडी की कामयाबी इत्तेफाक थी, स्थाई नहीं है। लोकसभा चुनाव में शिवसेना ने शिवसेना (UBT) से सीधी टक्कर में 7 सीटें जीतीं और उसे 6 निर्वाचन क्षेत्रों तक सीमित कर दिया। उन्होंने कहा कि यह दर्शाती है कि हम ही असली शिवसेना हैं।
जानकारी के मुताबिक इसी साल बीती जून में लोकसभा चुनाव के नतीजे आए। महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों में से 13 कांग्रेस ने जीती, भारतीय जनता पार्टी 9 ने सीटें जीती, शिव सेना (UBT) ने 9 सीटें, नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (NCPSP) ने 8 सीटें, शिवसेना (शिंदे गुट) ने 7 सीटें, नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (NCP) ने 1 सीट और आजाद उम्मीदवार ने 1 सीट जीती। ऐसे में महाविकास अघाड़ी गठबंधन में शिवसेना (UBT), एनसीपी और कांग्रेस थी। इस गठबंधन ने कुल मिलाकर 31 सीटें जीत ली थीं।