राजस्थान के मालाखेड़ा क्षेत्र सहित प्रदेश भर में इस समय झुलसाने वाली गर्मी का कहर जारी है। तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच चुका है। जहां एक ओर शहरों में लोग एसी और कूलर में राहत पा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर ग्रामीण इलाकों में खेतिहर और दिहाड़ी मजदूर भीषण गर्मी में पसीना बहाकर काम कर रहे हैं। परसा का बास गांव में किसान इन दिनों लाल प्याज के बीज की खेती में जुटे हैं। इस काम में महिलाएं भी दोपहर की तेज धूप में खेतों में काम कर रही हैं। किसान भगत सिंह बताते हैं कि प्याज के बीज जून में ही तैयार किए जाते हैं, इसलिए काम रोकना संभव नहीं है। ग्रामीण महिलाओं का कहना है कि भले ही गर्मी सताती है, पर काम करना मजबूरी है, वरना फसल खराब हो जाएगी। दिनभर की मेहनत के बाद भी उन्हें रात में गर्म हवा और बिजली की आंख-मिचौली से चैन नहीं मिल पाता। मजदूरों की सेहत पर असर पड़ रहा है और उनकी आर्थिक स्थिति भी डगमगा रही है। इस गर्मी में भी किसान खेत में और सैनिक सीमा पर अपने कर्तव्य को निभा रहे हैं।

















