मिस्टर इंडिया वर्ल्ड 2025 का खिताब जीतकर बिहार के शिवम सिंह ने पूरे देश में अपनी अलग पहचान बना ली है। छोटे शहर से आने वाले शिवम ने यह साबित कर दिया कि मेहनत, जुनून और आत्मविश्वास से कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है। उनकी यह सफलता न केवल उनके लिए बल्कि उन तमाम युवाओं के लिए भी प्रेरणा है जो साधारण पृष्ठभूमि से होकर भी बड़ा मुकाम हासिल करने का सपना देखते हैं।
शिवम सिंह का बचपन सामान्य परिवार में बीता। पढ़ाई के साथ-साथ उन्हें खेल और फिटनेस में गहरी रुचि थी। शुरुआत में उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वह मॉडलिंग की दुनिया में कदम रखेंगे, लेकिन कॉलेज के दिनों में दोस्तों और शिक्षकों ने उन्हें प्रोत्साहित किया कि वह रैंप और फैशन की दुनिया में अपनी किस्मत आजमा सकते हैं। यही से उनके करियर की दिशा बदल गई।
छोटे शहर से बड़े सपनों की ओर कदम बढ़ाना आसान नहीं था। संसाधनों की कमी, सही मार्गदर्शन की तलाश और आर्थिक चुनौतियों ने कई बार उनके रास्ते में रुकावटें खड़ी कीं। लेकिन शिवम ने हार मानने के बजाय हर मुश्किल का सामना किया। उन्होंने दिन-रात मेहनत करके खुद को फिटनेस, पर्सनैलिटी डेवलपमेंट और मॉडलिंग की बारीकियों में निखारा। कई बार असफलताएं भी मिलीं, लेकिन उन्होंने उन्हें सीखने का जरिया बनाया।
शिवम सिंह ने स्थानीय स्तर से शुरुआत करते हुए धीरे-धीरे राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेना शुरू किया। उनके आत्मविश्वास और मेहनत ने उन्हें एक के बाद एक सफलता दिलाई। आखिरकार 2025 में आयोजित मिस्टर इंडिया वर्ल्ड प्रतियोगिता में उन्होंने न सिर्फ अपनी फिटनेस और लुक्स से बल्कि अपनी शख्सियत और सोच से भी जजों का दिल जीत लिया। मंच पर दिए गए उनके जवाब और आत्मविश्वास भरे अंदाज ने उन्हें सबसे अलग बना दिया।
इस जीत के बाद शिवम सिंह अब युवाओं के रोल मॉडल बन गए हैं। वह मानते हैं कि बड़े सपनों की शुरुआत छोटे शहरों से भी हो सकती है, बशर्ते इंसान में मेहनत करने का जज्बा और हिम्मत हो। उनकी यह कहानी उन युवाओं को प्रेरित करती है जो अक्सर सोचते हैं कि अवसर सिर्फ बड़े शहरों तक सीमित हैं। शिवम ने साबित कर दिया कि लगन और आत्मविश्वास से सीमाएं टूट जाती हैं।
भविष्य में शिवम सिंह न केवल मॉडलिंग में बल्कि सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय रहना चाहते हैं। वह युवाओं को फिटनेस, आत्मविश्वास और कैरियर को लेकर जागरूक करना चाहते हैं। मिस्टर इंडिया वर्ल्ड का खिताब जीतना उनके लिए सिर्फ एक शुरुआत है। असली सफर अभी बाकी है और वह चाहते हैं कि उनकी कामयाबी से देश का हर युवा यह संदेश ले कि मेहनत और हौसले के बल पर सपनों को साकार किया जा सकता है।