मालाखेड़ा। अलवर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के बुर्जा गांव में रक्षाबंधन के अवसर पर भावुक दृश्य देखने को मिला, जब नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, सरस डेयरी के पूर्व अध्यक्ष विश्राम गुर्जर, और ‘एक दीप शहीदों के नाम’ संस्था के पूर्व पार्षद गौरीशंकर, शहीद श्री राम गुर्जर के घर पहुंचे। राष्ट्र की सुरक्षा करते हुए शहीद हुए श्री राम गुर्जर की वीरगाथा आज भी गांववासियों के दिलों में अमर है। इस मौके पर उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने शहीद के परिवार से मुलाकात कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और आश्वासन दिया कि वे हर परिस्थिति में उनके साथ खड़े रहेंगे।
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि शहीद का बलिदान राष्ट्र के लिए अमूल्य योगदान है, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने शहीद के परिवार को भरोसा दिलाया कि उनका यह त्याग व्यर्थ नहीं गया है, बल्कि देश की सुरक्षा और सम्मान में उनका नाम हमेशा अमर रहेगा। जूली ने इस दौरान शहीद की बहन से राखी बंधवाकर एक भाई का फर्ज निभाया और कहा कि वे हर संकट, दुख या सुख की घड़ी में उनके साथ रहेंगे। उन्होंने बहन से कहा, “कभी भी कोई समस्या या काम हो, तुरंत मुझे बताएं, मैं आपके लिए हमेशा तैयार हूं।”
इस अवसर पर सरस डेयरी के पूर्व अध्यक्ष विश्राम गुर्जर और पूर्व पार्षद गौरीशंकर ने भी शहीद के परिवार को ढांढस बंधाया। गांव के सरपंच रह चुके रामानंद गुप्ता भी मौजूद रहे। शहीद की बहन ने नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, विश्राम गुर्जर, गौरीशंकर और रामानंद गुप्ता को रक्षा सूत्र बांधकर उनका मुंह मीठा कराया। यह दृश्य वहां मौजूद सभी लोगों के लिए भावुक कर देने वाला था।
कार्यक्रम के दौरान शहीद के बलिदान को नमन करते हुए उपस्थित नेताओं ने कहा कि ऐसे वीर सपूतों के कारण ही देश की सीमाएं सुरक्षित हैं और हम आज चैन की सांस ले रहे हैं। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि शहीद के परिवार के सम्मान और सुविधाओं में किसी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाएगी।
रक्षाबंधन के इस पावन अवसर पर बुर्जा गांव का यह पल देशभक्ति और भाई-बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक बन गया। गांववासियों ने भी इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि शहीदों और उनके परिवार का सम्मान करना हम सभी का कर्तव्य है, और इस प्रकार के आयोजन समाज में प्रेरणा का स्रोत बनते हैं।

















