ऋषिकेष:शहर के बाजारों की संकरी गलियां और उनमें पसरा अतिक्रमण आग लगने की स्थिति में अग्निशमन विभाग के लिए रोड़ा बन सकता है। त्योहारी सीजन आने के बाद भी प्रशासन अतिक्रमण हटाने को लेकर उदासीन बना हुआ है।त्योहारी सीजन में आग लगने की घटनाएं बढ़ने की आशंका होती है। हल्की सी चिंगारी विकराल लपटों का रूप ले लेती हैं। शहर में त्रिवेणीघाट रोड, मुखर्जी मार्ग, लाला लाजपत राय मार्ग, सुभाष चौक, तिलक रोड, मायाकुंड मार्ग सहित अन्य बाजारों की सड़कों पर बेतहाशा अतिक्रमण पसरा हुआ है।शहर की तंग गलियां में पसरा अतिक्रमण आग लगने की स्थिति में त्वरित सहायता कार्य में बाधा उत्पन्न कर सकता है। स्थानीय प्रशासन बाजारों से अतिक्रमण हटाने को लेकर उदासीन बना है।ऋषिकेश फायर स्टेशन प्रभारी प्रताप सिंह राणा ने बताया कि ऋषिकेश स्टेशन में स्टाफ लगभग पर्याप्त संख्या में है। वहीं फायर हाइड्रेंट भी मौजूद हैं। जिनमें रेलवे रोड स्थित जल संस्थान कार्यालय, आदर्श नगर स्थित जल संस्थान टैंक, रेलवे स्टेशन सहित अन्य हाइड्रेंट शामिल हैं। लेकिन शहर के बाजारों में अतिक्रमण के कारण कई बार घटना स्थल तक पहुंचने में देरी हो जाती है। इससे औसत रेस्क्यू टाइम भी बढ़ जाता है।
ऋषिकेश स्टेशन में वाहनों की संख्या पर्याप्त
ऋषिकेश फायर स्टेशन प्रभारी ने बताया कि उनके स्टेशन में अग्निशमन वाहनों की संख्या पर्याप्त है। तीन बड़े वाटर टैंकर हैं। जिनमें 5000 लीटर का वाटर और फॉम टैंकर है। वहीं 4500 लीटर और 2400 लीटर के दो वाटर टैंकर हैं। एक अग्निशमन बाइक है। जिसका उपयोग तंग गलियों और संकरे मार्गों में किया जाता है
तहसील प्रशासन, नगर निगम और पुलिस के साथ मिलकर अतिक्रमण को लेकर लगातार अभियान चला रहा है। यदि बाजारों में अतिक्रमण है तो इसे दिखाया जाएगा। – स्मृता परमार, एसडीएम ऋषिकेश