आंखों की सुंदरता बढ़ाने और उन्हें सुरक्षित रखने के लिए काजल का उपयोग किया जाता है, लेकिन बाजार में मिलने वाले काजल में हानिकारक केमिकल हो सकते हैं, जो आंखों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। ऐसे में देसी नुस्खों का सहारा लेना बेहतर होता है। बादाम और देसी घी से घर पर तैयार किया गया काजल पूरी तरह नेचुरल होता है और आंखों को कई फायदे पहुंचाता है। यह काजल आंखों को ठंडक देता है, रोशनी बढ़ाने में मदद करता है और संक्रमण से बचाव करता है। इसे बनाना भी बेहद आसान है—बादाम को जलाकर उसकी राख में देसी घी मिलाकर एक चिकना लेप तैयार करें और उसे छोटी डिब्बी में स्टोर करें। रोजाना इस्तेमाल से आंखें चमकदार और स्वस्थ बनी रहती हैं।
🧿 बादाम और घी से देसी काजल बनाने की विधि
🧾 सामग्री:
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4-5 बादाम
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1 छोटी चम्मच देसी गाय का घी
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1 दीया (मिट्टी या पीतल का)
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रुई की बाती
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कांसे या स्टील की थाली
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माचिस
🔥 बनाने की विधि:
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बत्ती तैयार करें
रुई की छोटी-सी बाती बनाएं और उसे देसी घी में भिगो दें। -
बादाम को जलाएं
बादाम को एक कांटे या स्टिक पर लगाकर सीधे आंच पर जलाएं जब तक वो पूरी तरह से काले (राख जैसे) न हो जाएं। -
दीया जलाएं
दीया में घी डालें और बाती जलाएं। इसके ऊपर स्टील या कांसे की थाली को उलटा करके रख दें ताकि धुआं थाली की सतह पर जम जाए। -
कालिख इकट्ठा करें
10–15 मिनट बाद दीया बुझा दें और थाली को सावधानी से उठाएं। उसकी सतह पर जमा हुई काली परत (कालिख) को चम्मच या ब्लेड से हल्के हाथ से खुरच लें। -
बादाम की राख मिलाएं
जलाए हुए बादाम की राख को अच्छी तरह पीसकर उस कालिख में मिलाएं। -
घी मिलाएं
अब इस मिश्रण में कुछ बूंदें देसी घी की डालें और अच्छे से मिक्स करें ताकि एक चिकना पेस्ट बन जाए। -
स्टोर करें
तैयार काजल को किसी साफ छोटी डिब्बी में भर लें। चाहें तो फ्रिज में भी रख सकते हैं।
👁️ देसी काजल के फायदे:
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आंखों को ठंडक देता है
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आंखों की रोशनी बढ़ाने में सहायक
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डस्ट एलर्जी और इंफेक्शन से बचाव
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लंबे समय तक लगाने से डार्क सर्कल्स में सुधार
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छोटे बच्चों की नजर उतारने के लिए भी उपयोगी

















