मुजफ्फरनगर में 2013 के सांप्रदायिक दंगों के मामले में कई प्रमुख नेताओं के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के आरोप लगे हैं। इन आरोपियों में उत्तर प्रदेश के राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल, सांसद हरेंद्र मलिक, पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान, पूर्व विधायक उमेश मलिक, पूर्व कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा, महंत यति नरसिंहानंद और साध्वी प्राची शामिल हैं। इन नेताओं पर आरोप है कि उन्होंने 31 अगस्त 2013 को नंगला मंदौड़ गांव में आयोजित हिंदू महापंचायत में भड़काऊ भाषण दिए,
जिसके बाद मुजफ्फरनगर और आसपास के क्षेत्रों में सांप्रदायिक दंगे भड़क गए।इस मामले की सुनवाई विशेष अदालत में हो रही है, और अब तक कई आरोपियों के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किए जा चुके हैं, क्योंकि वे अदालत में पेश नहीं हुए थे।
ताजा अपडेट के अनुसार, इन नेताओं ने हाल ही में अदालत में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। अदालत ने आरोप तय करने के लिए आगामी तारीख पर सुनवाई निर्धारित की है।