मेरठ में दिनदहाड़े लिसाड़ी थाने इलाके में एक मस्जिद के इमाम को गोली मार दी गई. जिस वक्त इमाज को गोली मारी गई वो बच्चों को ऑनलाइन पढ़ा रहे थे. वहीं इमाम को गोली मारे जाने की घटना के बाद इलाके में तनाव हैं. मस्जिद के आसपास रहने वाले लोग डरे हुए हैं. सूचना के बाद पुलिस जांच में जुट गई. पुलिस का कहना है कि आरोपी की तलाश की जा रही है, जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा.मेरठ के लिसाड़ी गेट थाना इलाके में स्थित एक मस्जिद में इमाम नईम पर जानलेवा हमला हुआ. हमलावर ने मौलाना को गोली मार दी, जिससे उनकी हालत गंभीर हो गई. घटना के बाद हमलावर तमंचा छोड़कर फरार हो गया. जिस समय घटना को अंजाम दिया गया उस समय इमाम नईम ऑनलाइन क्लास ले रहे थे और बच्चो को उर्दू अरबी पढ़ा रहे थे.
इमाम के कान में लगी गोली
इमाम नईम बच्चों को ऑनलाइन क्लास में पढ़ा रहे थे, तभी हमलावर मस्जिद में घुसा और मौलाना से बात की. इसके बाद उसने इमाम को गोली मार दी. गोली इमाम के कान के पास फंस गई. इमाम की हालत अभी स्थिर बनी हुई, डॉक्टरों की टीम गोली निकालने का प्रयास कर रही है. जिस समय ये घटना हुई तो आसपास के लोग गोली की आवाज सुनकर मस्जिद में पहुंचे और इमाम को खून से लथपथ फर्श पर पड़ा देखा. आनन-फानन में इमाम को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया.
क्यों नाराज था आरोपी?
पुलिस ने बताया कि हमलावर की पहचान सरताज के रूप में हुई है. वह मस्जिद के आसपास का रहने वाला है. बताया जा रहा है कि आज सुबह नमाज पढ़ने के दौरान सरताज की किसी दूसरे नमाजी से कहासुनी हो गई थी, जिस पर इमाम ने उसे डांट दिया था. इसी बात से सरताज गुस्से में था और इस घटना को अंजाम दिया.इस घटना के बाद से इलाके में तनाव का माहौल है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हमलावर की गिरफ्तारी के लिए टीमें लगा दी गई हैं. जल्द ही हमलावर को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
पुलिस ने बरामद किया तमंचा
मस्जिद के आसपास के लोगों ने बताया कि इमाम नईम बहुत ही शांत और धार्मिक व्यक्ति हैं. उन्हें किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी, घटना के बाद से इलाके में डर का माहौल है. पुलिस ने तमंचा बरामद कर लिया है और घटना की जांच की जा रही है. इमाम का इलाज चल रहा है और उनकी हालत स्थिर बनी हुई है.