मुजफ्फरनगर नगर पालिका परिषद की अध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप ने हरियाणा के गुरुग्राम स्थित मानेसर के आईसीएटी सेंटर में आयोजित देश के प्रथम शहरी स्थानीय निकायों के जनप्रतिनिधियों के राष्ट्रीय सम्मेलन में सहभागिता की। यह सम्मेलन नगर विकास और नागरिक सेवाओं को बेहतर बनाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार द्वारा आयोजित किया गया था, जिसमें देशभर से प्रमुख नगर निकायों के अध्यक्षों और प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया था। मीनाक्षी स्वरूप ने बताया कि यह सम्मेलन 3 और 4 जुलाई को लोकसभा व हरियाणा विधानसभा के समन्वय से आयोजित हुआ, जिसमें नगरीय जनप्रतिनिधियों को प्रशिक्षण देने, नवाचारों से अवगत कराने और जनसेवा योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने पर विचार किया गया।उन्होंने सम्मेलन को लोकतंत्र को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम बताया और कहा कि यहां प्रधानमंत्री के विकसित भारत 2047 के विजन पर नगर निकायों की भूमिका पर सार्थक संवाद हुआ। सम्मेलन से प्राप्त अनुभव को मुजफ्फरनगर के विकास में लागू करने की प्रतिबद्धता जताते हुए उन्होंने कहा कि शहर को सुंदर, स्वच्छ और हरित बनाने की दिशा में अब और अधिक प्रभावी योजनाएं बनेंगी। उन्होंने कहा कि शहरी स्थानीय निकायों की जिम्मेदारी जनता से सीधे जुड़ी होती है, और उनकी प्राथमिकता हमेशा नागरिक सेवा व संवाद रहा है।सम्मेलन के दौरान हुए विचार–विमर्श में कई नवाचार और प्रक्रियाएं सामने आईं, जिन्हें स्थानीय स्तर पर लागू करने की बात कही गई। मीनाक्षी स्वरूप ने पारदर्शी और जवाबदेह प्रशासन को सुनिश्चित करने के लिए सभासदों और अधिकारियों के साथ समन्वय बनाकर नई कार्ययोजना पर काम करने की बात कही। सम्मेलन में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी, विधानसभा अध्यक्ष हरविंदर कल्याण, मंत्री विपुल गोयल समेत कई प्रमुख वक्ताओं ने भाग लिया और जनप्रतिनिधियों को प्रेरणा दी। सम्मेलन में भाग लेना एक गर्वपूर्ण और शिक्षाप्रद अनुभव रहा जिसे शहर हित में उपयोग करने की तैयारी है। इस अवसर पर भाजपा नेता गौरव स्वरूप भी उनके साथ मौजूद रहे।
