बांग्लादेश इस समय बेहिसाब अस्थिरता के दौर से गुजर रहा है. तख्तापलट और शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर देश छोड़कर भाग खड़े होने के बाद उनकी पूर्व कैबिनेट के मंत्रियों पर एक-एक कर गाज गिरनी शुरू हो गई है.खबर है कि बांग्लादेश के पूर्व विदेश मंत्री हसन महमूद को ढाका एयरपोर्ट से हिरासत में ले लिया गया है.
ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, शेख हसीना की सरकार में विदेश मंत्री रहे महमूद बांग्लादेश छोड़कर बाहर जाने की फिराक में है. उन्हें ढाका के हजरत शाह जलाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से डिटेन किया गया. वह भारत आने के लिए फ्लाइट लेने गए थे. तभी उन्हें हिरासत में ले लिया गया.बता दें कि महमूद ने इससे पहले भी सड़क मार्ग के रास्ते बांग्लादेश से भारत जाने की कोशिश की थी लेकिन सफल नहीं हो पाए थे.
शेख हसीना कैबिनेट के कौन-कौन से मंत्री छोड़ चुके हैं बांग्लादेश
बांग्लादेश में तख्तापलट से पहले ही शेख हसीना की अवामी लीग पार्टी के कई शीर्ष नेताओं और पूर्व कैबिनेट मंत्री देश छोड़ चुके थे. अवामी लीग के महासचिव और सड़क परिवहन मंत्री अब्दुल क्वादर रविवार रात को ही देश छोड़कर फरार हो गए थे. इसके साथ ही हसीना के इस्तीफे से पहले ही उनकी सरकार में मंत्री रहे अनिसुल हक देश छोड़कर किसी अज्ञात स्थान पर चले गए थे.शेख हसीना की सरकार में दूरसंचार मंत्री की भूमिका निभा सके जुनैद अहमद को भी डिटेन किया गया है. उन्हें देश से बाहर नहीं जाने दिया. उन्हें डिटेन कर एयरफोर्स को सौंप दिया गया.
शेख हसीना के निवेश सलाहकार और सांसद सलमान एफ. रहमान भी रविवार रात को देश छोड़कर फरार हो गए थे. ढाका साउथ सिटी कॉरपोरेशन के मेयर और हसीना के भतीजे शेख फज्ल नूर तपोश के बारे में भी कहा जा रहा है कि वह शनिवार सुबह ही सिंगापुर जाने वाली फ्लाइट से रवाना हो गए थे. इसके साथ ही हसीना सरकार में विवादित सांसद रहे शमीम ओस्मान भी पिछले हफ्ते ही देश छोड़कर चले गए थे.
पूर्व शिक्षा मंत्री मोहिबुल हसन चौधरी और ग्रामीण विकास मंत्री मोहम्मद तजुल इस्लाम भी देश छोड़ चुके हैं. सूत्रों के मुताबिक, पूर्व वित्त मंत्री अबुल हसन महमूद अली और खेल मंत्री नज्मुल हसन पापोन भी देश छोड़ चुके हैं. सुप्रीम कोर्ट के जज मोहम्मद बदरुज्जमान भी बांग्लादेश छोड़ चुके हैं.
बता दें कि बांग्लादेश हिंसा की आग में धधक रहा है. इस्तीफा देकर देश छोड़ चुकीं शेख हसीना फिलहाल भारत में हैं. उनकी कट्टर दुश्मन खालिदा जिया किसी भी पल जेल से बाहर आ सकती हैं. इस बीच खालिदा की पार्टी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) ने संसद को तुरंत भंग कर जल्द से जल्द अंतरिम सरकार के गठन का आग्रह किया है.