मुजफ्फरनगर के सरवट स्थित गॉड ग्रेस इंटर कॉलेज में शनिवार को सर्व सामाजिक राष्ट्रीय संस्था और ह्यूमैनिटी वेलफेयर सोसाइटी के संयुक्त तत्वावधान में एक गोष्ठी आयोजित की गई। कार्यक्रम का मुख्य विषय पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा की गई सैन्य कार्यवाही रहा। वक्ताओं ने कहा कि इस हमले ने देश को एकजुट किया है और पहली बार सभी जातियों, धर्मों के लोग एक भारतीय बनकर आतंकवाद के खिलाफ एक मंच पर आए हैं।राष्ट्रीय सामाजिक संस्था के अध्यक्ष मनीष चौधरी ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ युवाओं को जागरूक करना समय की मांग है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इंसानियत और भाईचारे को बढ़ावा देकर ही आतंकवाद का सामना किया जा सकता है। नगरपालिका परिषद की अध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप ने कहा कि जिस तरह सभी वर्गों ने एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ आवाज उठाई, वही भारत की असली ताकत है।कॉलेज प्रबंधक साजिद हसन त्यागी ने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य समाज में एकता का संदेश देना है। मौलाना आलम जैनबी और मौलाना अहमद कासमी ने कहा कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता और इस्लाम कभी आतंक की इजाजत नहीं देता। वक्ताओं ने पाकिस्तान को आतंकवाद का पोषक बताते हुए भारत की सैन्य कार्यवाही को जरूरी और सराहनीय बताया।कार्यक्रम में कई समाजसेवी, शिक्षक, और धर्मगुरु उपस्थित रहे। छात्राओं ने पालिका अध्यक्ष को स्कूल मार्ग की खराब स्थिति से अवगत कराते हुए सड़क निर्माण की मांग की, जिस पर उन्होंने शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया।

















