मुजफ्फरनगर का गुड़ अब एक अंतरराष्ट्रीय पहचान बन चुका है। हाल ही में, इसे “गुणवत्ता का प्रतीक” मानते हुए सरकार ने इसकी निर्यात क्षमता को बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं। स्थानीय किसानों और उत्पादकों को उन्नत तकनीक और विपणन में सहायता देने के लिए विभिन्न योजनाएँ लागू की जा रही हैं। इस प्रक्रिया के तहत, गुड़ का उत्पादन बढ़ाने के साथ-साथ उसे विभिन्न देशों में भी पहुँचाने का काम किया जा रहा है।
इसके अलावा, मुजफ्फरनगर गुड़ की जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए जा रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप, किसानों को न केवल पारंपरिक तरीकों से लाभ हो रहा है, बल्कि पर्यावरण के लिए भी यह एक सकारात्मक कदम साबित हो रहा है। आने वाले समय में मुजफ्फरनगर के गुड़ का वृहद वैश्विक बाजार में विस्तार होने की पूरी संभावना है, जो न केवल आर्थिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि भारतीय कृषि उत्पादों की गुणवत्ता और उत्कृष्टता को भी प्रदर्शित करता है।