दिल्ली में बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस मौके पर सराय काले खां चौक का नाम बदलकर “बिरसा मुंडा चौक” किया गया। केंद्रीय शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने यह घोषणा की, जिससे बिरसा मुंडा की विरासत का सम्मान किया गया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
इसके अलावा, आईएसबीटी बस स्टैंड के पास बिरसा मुंडा की प्रतिमा का अनावरण भी किया गया, जो उनकी यादों को जीवित रखने के लिए है। बिरसा मुंडा ने 19वीं शताब्दी में ब्रिटिश शासन के खिलाफ आदिवासियों को एकजुट किया था और उनका संघर्ष भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है। उन्हें आदिवासी समाज में ‘धरती आबा’ के रूप में पूजा जाता है। उनके योगदान और बलिदान को सम्मानित करने के लिए 15 नवंबर को केंद्र सरकार ने ‘जनजातीय गौरव दिवस’ भी घोषित किया है।