गाजियाबाद पुलिस ने जनता की सुविधा को ध्यान में रखते हुए एक नई और सराहनीय पहल की शुरुआत की है। अब पीड़ितों को थाने के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि एफआईआर की कॉपी सीधे उनके घर तक पहुंचाई जाएगी। इस नई व्यवस्था के तहत संबंधित थाना प्रभारी स्वयं यह सुनिश्चित करेंगे कि एफआईआर दर्ज होने के बाद उसकी एक प्रति पीड़ित व्यक्ति को समय पर उसके पते पर उपलब्ध कराई जाए। इसका उद्देश्य न केवल पारदर्शिता बढ़ाना है, बल्कि आम जनता और पुलिस के बीच विश्वास को भी मजबूत करना है।
पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली लागू होने के बाद गाजियाबाद पुलिस लगातार तकनीकी और प्रशासनिक सुधारों पर काम कर रही है। यह नई सुविधा उन मामलों में विशेष रूप से लाभकारी होगी जहां पीड़ित महिला, बुजुर्ग, या विकलांग व्यक्ति हों, जिन्हें थाने जाना मुश्किल होता है। इसके अलावा, शिकायतकर्ता ऑनलाइन माध्यम से भी एफआईआर की स्थिति को ट्रैक कर सकेंगे। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह कदम न्यायिक प्रक्रिया को सरल और सुलभ बनाने की दिशा में एक अहम प्रयास है। उम्मीद की जा रही है कि इससे न केवल लोगों की शिकायतों का निपटारा तेजी से होगा, बल्कि पुलिस की छवि भी और अधिक जनहितैषी बनेगी।