सऊदी अरब और चीन के बीच द्विपक्षीय संबंध लगातार मजबूत होते जा रहे हैं। इसी कड़ी में रविवार को दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच अहम बैठक हुई, जिसमें क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर सहयोग बढ़ाने, आपसी संवाद को और प्रभावी बनाने तथा वीजा छूट जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर सहमति बनी। चीन के विदेश मंत्री वांग यी सऊदी अरब के विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान के निमंत्रण पर रियाद पहुंचे थे।
बैठक के बाद जारी संयुक्त बयान में कहा गया कि दोनों देश आपसी हितों से जुड़े मुद्दों पर नियमित संवाद और समन्वय को और गहरा करेंगे। इसमें पश्चिम एशिया की मौजूदा स्थिति, वैश्विक राजनीतिक चुनौतियां, आर्थिक सहयोग और बहुपक्षीय मंचों पर साझा रुख अपनाने जैसे विषय शामिल रहे। दोनों पक्षों ने इस बात पर जोर दिया कि स्थिरता और शांति के लिए संवाद और कूटनीति ही सबसे प्रभावी रास्ता है।बैठक के दौरान वीजा छूट पर भी सहमति बनी, जिसे दोनों देशों के रिश्तों में एक अहम कदम माना जा रहा है। इससे व्यापार, पर्यटन, शिक्षा और लोगों के बीच संपर्क को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। वीजा प्रक्रिया आसान होने से कारोबारी प्रतिनिधिमंडलों, निवेशकों और पर्यटकों की आवाजाही में तेजी आएगी, जिससे आर्थिक और सांस्कृतिक रिश्ते और मजबूत होंगे।
चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने इस दौरान सऊदी अरब और ईरान के बीच संबंधों के विकास और उन्हें मजबूत करने के लिए चीन के समर्थन को भी दोहराया। उन्होंने कहा कि चीन क्षेत्र में शांति और स्थिरता का समर्थक है और सऊदी-ईरान संवाद को आगे बढ़ाने में सकारात्मक भूमिका निभाता रहेगा। गौरतलब है कि बीते समय में चीन की मध्यस्थता से सऊदी अरब और ईरान के बीच रिश्तों में सुधार देखने को मिला है।अपने सऊदी दौरे के दौरान वांग यी ने क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से भी मुलाकात की। इस मुलाकात में रणनीतिक साझेदारी, ऊर्जा सहयोग, निवेश, बुनियादी ढांचे और ‘बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव’ से जुड़े विषयों पर चर्चा हुई। दोनों पक्षों ने इस बात पर सहमति जताई कि आपसी सम्मान और समान हितों के आधार पर साझेदारी को आगे बढ़ाया जाएगा।
वीजा छूट को लेकर डील
दोनों देशों के बीच इस मीटिंग के दौरान वीजा छूट को लेकर डील डन हुई. संयुक्त बयान के अनुसार, दोनों देशों ने राजनयिक और विशेष पासपोर्ट धारकों के लिए आपसी वीजा छूट पर सहमति जताई है. साथ ही ऊर्जा और निवेश के साथ-साथ नई ऊर्जा और हरित परिवर्तन के क्षेत्रों में अधिक सहयोग को भी प्रोत्साहित किया.दोनों पक्षों ने इस मुलाकात के दौरान आर्थिक, व्यापार, निवेश और ऊर्जा क्षेत्रों सहित सभी क्षेत्रों में सऊदी-चीन संबंधों के स्तर की सराहना की. चीनी विदेश मंत्री वांग यी मिडिल ईस्ट के 3 देशों के दौरे पर हैं, जिसकी शुरुआत संयुक्त अरब अमीरात से हुई. उनकी यह यात्रा जॉर्डन में समाप्त होने की उम्मीद है. रविवार को वो रियाद पहुंचे.
सऊदी-ईरान के संबंधों का जिक्र
चीन की आधिकारिक समाचार एजेंसी शिन्हुआ की ओर से जारी एक संयुक्त बयान में यह स्पष्ट नहीं किया गया कि दोनों देश किन मुद्दों पर अपने कोऑर्डिनेशन को मजबूत करेंगे, लेकिन इसमें सऊदी अरब और ईरान के बीच संबंधों के विकास और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए चीन के समर्थन का जिक्र किया गया.सोमवार को जारी बयान में कहा गया, (चीन) क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और स्थिरता हासिल करने के लिए सऊदी अरब की भूमिका और कोशिशों की सराहना करता है. बयान में दोनों देशों की ओर से फिलिस्तीनी मुद्दे के समाधान और फिलिस्तीनियों के लिए एक स्वतंत्र राज्य के गठन करने के समर्थन को भी दोहराया गया.सोमवार को जारी चीनी विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, एक उच्चस्तरीय बैठक में वांग यी ने अपने सऊदी समकक्ष से कहा कि चीन ने हमेशा सऊदी अरब को मिडिल ईस्ट कूटनीति में प्राथमिकता और वैश्विक कूटनीति में एक अहम साझेदार के रूप में देखा है.

















