अलवर जिले में नाइजीरिया से आए 26 सदस्यीय अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडल ने जिला परिषद अलवर का भ्रमण कर ग्रामीण विकास योजनाओं और पंचायत राज व्यवस्था के अंतर्गत संचालित कार्यों का गहन अध्ययन किया। इस भ्रमण का उद्देश्य जमीनी स्तर पर विकास योजनाओं के क्रियान्वयन की प्रक्रिया को समझना और नाइजीरिया में ऐसी ही व्यवस्थाओं को लागू करने की संभावनाओं का आकलन करना रहा। जिला परिषद परिसर पहुंचने पर प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया गया, जहां अधिकारियों ने जिले में चल रही प्रमुख योजनाओं की विस्तृत जानकारी साझा की।
प्रतिनिधिमंडल को महात्मा गांधी नरेगा योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन, जल जीवन मिशन, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन और महिला स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से किए जा रहे कार्यों से अवगत कराया गया। अधिकारियों ने बताया कि किस प्रकार इन योजनाओं के माध्यम से रोजगार सृजन, आवास निर्माण, स्वच्छता, पेयजल आपूर्ति और महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया जा रहा है। साथ ही यह भी बताया गया कि योजनाओं का लाभ सीधे जरूरतमंद ग्रामीणों तक पहुंचाने के लिए पारदर्शी और जवाबदेह प्रणाली अपनाई गई है।
भ्रमण के दौरान नाइजीरिया की टीम ने जिले के कई गांवों का दौरा किया। गांवों में उन्होंने सड़कों के निर्माण, नल से जल आपूर्ति, शौचालय निर्माण, आवासीय योजनाओं और रोजगार से जुड़े कार्यों को मौके पर जाकर देखा। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने ग्रामीणों और पंचायत प्रतिनिधियों से संवाद कर यह जाना कि योजनाओं के क्रियान्वयन में जनभागीदारी की क्या भूमिका रही है। ग्रामीणों ने बताया कि सरकारी योजनाओं से उनके जीवन स्तर में किस प्रकार सुधार आया है और उन्हें स्थायी आजीविका के अवसर मिले हैं।
नाइजीरिया के प्रतिनिधिमंडल ने अलवर जिले में अपनाई गई विकेंद्रीकृत शासन प्रणाली, पारदर्शिता और डिजिटल तकनीक के उपयोग की विशेष रूप से सराहना की। टीम के सदस्यों का कहना था कि सीमित संसाधनों के बावजूद जिस कुशलता से योजनाओं को लागू किया गया है, वह उनके देश के लिए एक प्रभावी और प्रेरणादायक मॉडल बन सकता है। जिला परिषद अधिकारियों ने बताया कि यह भ्रमण भारत और नाइजीरिया के बीच ग्रामीण विकास के क्षेत्र में अनुभव, ज्ञान और सर्वोत्तम कार्यप्रणालियों के आदान-प्रदान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ है।

















