बुढाना ,समाजवादी पार्टी अल्पसंख्यक सभा के राष्ट्रीय सचिव हारून अली सिद्दीकी ने हाल ही में एक बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने देश में अशांति फैलाने और दंगे कराने की साजिश रचने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग जो समाज में विभाजन पैदा करते हैं, वे किसी भी धर्म, समाज या देश के हितैषी नहीं हो सकते। सिद्दीकी ने कहा कि ऐसे पाखंडियों को हमेशा के लिए जेल में डाल देना चाहिए क्योंकि उनका समाज में रहना देश के लिए बड़ा खतरा है।
उन्होंने विशेष रूप से नरसिंह नंद सरस्वती नामक व्यक्ति द्वारा हजूर साहब के खिलाफ की गई आपत्तिजनक टिप्पणी की निंदा की। उनका कहना है कि इस टिप्पणी से भारत के मुस्लिम समुदाय को गहरा आघात पहुंचा है, और उन्होंने इस कृत्य की कड़ी आलोचना की। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की टिप्पणी से केवल मुस्लिम समाज ही नहीं, बल्कि भारत के अन्य नागरिक, समाजसेवी और संत समाज भी आहत हुए हैं, जो कि देश की गंगा-जमुनी तहजीब का उदाहरण है।
सिद्दीकी ने यह भी कहा कि कुछ राजनीतिक दल और उनके नेता इस मुद्दे पर मौन हैं, जो चिंता का विषय है। उन्होंने आग्रह किया कि किसी भी धर्म के खिलाफ की गई आपत्तिजनक टिप्पणी की एक स्वर में निंदा होनी चाहिए, और ऐसे व्यक्ति के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि भविष्य में कोई भी इस तरह की हरकत न कर सके। उन्होंने उत्तर प्रदेश और केंद्र सरकार से इस मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की, ताकि सच्चाई सामने आ सके।