बुढ़ाना। छपार टोल प्रकरण की गूंज बुढ़ाना भी पहुंच गयी है। इसी मामले में बुढ़ाना के डाक बंगले पर सायं गठवाला खाप की एक आपात बैठक हुई। जिसमें पूर्व प्रमुख विनोद मलिक के पक्ष में गठवाला खाप एक जुट दिखाई दी। इस बैठक में सोने पर सुहागा तब हो गया जब त्यागी समाज समेत अन्य समाज के लोग भी गठवाला खाप की बैठक में पहुंच गये और पूर्व प्रमुख को अपना समर्थन दे डाला। बैठक में गठवाला खाप के बाबा श्याम सिंह ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि में कुछ दिनों से देख रहा हूं कि कोई मांगेराम नाम का व्यक्ति लाश पर राजनिति कर रहा है और वो किसी संगठन का भी राष्ट्रीय अध्यक्ष है। राष्ट्रीय अध्यक्ष का काम पीड़ित की मदद करना होता है न कि किसी को भडकाने का काम करना। यहां पर त्यागी समाज के लोगों को देखकर ऐसा लग रहा है कि उनका समाज भी शायद उनके गलत कारनामों के कारण उनके साथ नहीं है। मांगेराम घमंडी है घमंड तो रावण का भी नहीं रहा। अगर वे ज्यादा जहर घोलेंगे तो सर्व समाज फिर कोई बड़ा निर्णय लेगा। इस मामले में हम प्रशासन से मिलेंगे अगर कोई हल नहीं निकला तो फिर सर्व समाज कोई बड़ा निर्णय लेगा। सुरेंद्र सहरावत ने कहा वे मांगेराम का नाम अखबारों में पढ़ते थे। सोचते थे अच्छा आदमी है। अब पता लगा कि वो कैसा है। उसकी क्या जबरदस्ती है जो वो अपने लोगों को प्रमुख के टोल पर रखवा रहा है। फुगाना के पूर्व प्रधान मोनू ने कहा कि मांगेराम दलाल है वो त्यागी नहीं है। वो जिले में जहर घोलने का काम कर रहा है। बालकिशोर त्यागी जैसे त्यागी समाज के लोग इस मुद्दे पर हमारे साथ हैं। उन्होंने मांगेराम का नाम लेकर खुली चेतावनी देकर कहा चुपचाप घर बैठ मांगेराम नहीं तो तेरा इलाज कर देंगे। अगर जिले का माहौल बिगड़ा तो मांगेराम जिम्मेदार होगा। हम ये चेतावनी प्रशासन को दे रहे हैं। उसे धरने से उठाकर जेल में डाले। वो धरना देकर राजनिति कर रहा है। कपूरगढ के पूर्व प्रधान कलीराम और नरेंद्र चेयरमेन ने कहा कि हम विनोद मलिक के साथ हैं। मांगेराम के आदमी फोन पर रंगदारी मांग रहे हैं जिसकी ओडियो वायरल हो रही है पर प्रशासन कोई भी एक्शन नहीं ले रहा है। प्रशासन ने अगर इसके विरुद्ध कार्यवाही नहीं की तो अच्छा नहीं होगा। बैठक में करतार सिंह गुर्जर टोडा, बाल किशोर त्यागी, लविश जांगिड, संयम पंवार, मास्टर धर्मपाल आर्य, सत्यपाल सहरावत, सुशील सराय प्रधान, अनिल तोमर, तस्लीम अहमद आदि मौजूद थे।

















