पाकिस्तानी शख्स ने बचाई 16 भारतीयों की जान, भारत करेगा सम्मानित सऊदी अरब में हज यात्रा के दौरान इस बार गर्मी जानलेवा हो गई थी, हजारों लोंगों की इस बार गर्मी से मौत हुई. ऐसी गर्मी में भी पाकिस्तान के आसिफ बशीर ने 16 भारतीयों की जान बचाई है.
आसिफ बशीर पेशावर के रहने वाले हैं और खैबर पख्तूनख्वा मुख्यमंत्री सचिवालय में डेटाबेस के सुपरवाइजर हैं. हज यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों की मदद के लिए बतौर वालिंटियर आसिफ बशीर सऊदी अरब में थे. सऊदी में अपने काम का लोहा मनवाते हुए बशीर ने कई लोगों की जान बचाई. भारत के कई नेताओं और मंत्रियों ने भी आसिफ की तारीफ की है.
भीषण गर्मी के दौरान जरूरतमंद लोगों को आसिफ बशीर न सिर्फ पानी और जीवनरक्षक दवाएं पहुंचाए, बल्कि उन्होंने कई बेहोश यात्रियों को कंधे पर लादकर अस्पताल भी पहुंचाया. बशीर ने कई लोगों को कंधे पर लादकर 3 से 4 किलोमीटर तक पैदल चले हैं. बशीर ने कम से कम 26 ऐस यात्रियों की मदद की जो अधिक गर्मी की वजह से बेहोश हो गए थे. मदद न मिलने पर इनकी मौत भी हो सकती थी.
भारतीय अधिकारियों ने की सराहना
बशीर की बहादुरी के लिए सऊदी में भारतीय अधिकारियों ने जमकर सराहा, जिसके बाद दुनिया का ध्यान बशीर की तरफ गया. भारत सरकार के मंत्री किरण रिजजू और पूर्व मंत्री स्मृति ईरानी ने पत्र लिखकर बशीर की तारीफ की है. आसिफ बशीर को भेजे गए पत्र में दोनों नेताओं ने लिखा कि हाजियों की सेवा में आपका समर्पण, करुणा और अटूट प्रतिबद्धता वास्तव में सराहनीय है.
किरण रिजजू ने आसिफ को क्या लिखा?
आसिफ बशीर ने एपीपी के साथ भारत से मिले पत्रों को साझा किया है. जिसमें किरण रिजजू ने लिखा है कि जब एंबुलेंस और मेडिकल स्टॉफ व्यस्त थे तब आपने लोगों को कंधे पर लादकर मदद पहुंचाई है. आपकी दयालुता और बहादुरी से मैं प्रभावित हूं. सऊदी अरब में भारतीय दूतावास के दूत बशीर को ‘जीवन रक्षा’ पुरस्कार के लिए नामित करेंगे. आसिफ ने बताया कि जब वे हाजियों को अस्पताल ले जा रहे थे, तब उन्होंने यह नहीं देखा कि कौन किस देश का है. यह इत्तेफाक है कि इसमें से ज्यादातर लोग भारतीय निक
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