मालाखेड़ा। रक्षाबंधन के पावन पर्व पर सोमवार को मालाखेड़ा कस्बे में लक्ष्मणगढ़ चौराहे और आस-पास के क्षेत्रों में यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई। सुबह से ही लक्ष्मणगढ़ चौराहे पर स्थित मिठाई की दुकानों पर लोगों की जबरदस्त भीड़ उमड़ पड़ी। त्योहार के चलते खरीदारी के लिए भारी संख्या में लोग अपने निजी वाहन, लग्जरी कार, रोडवेज बस और प्राइवेट बस लेकर पहुंचे, लेकिन इन्हें निर्धारित स्थानों पर पार्क न करने से स्थिति बिगड़ गई। दुकानों के सामने ही वाहनों की लंबी कतारें लग गईं, जिससे स्टेट हाईवे-25 और स्टेट हाईवे-44 पर यातायात अवरुद्ध हो गया।
स्थिति को और खराब करने में ई-रिक्शा ने भी बड़ी भूमिका निभाई। मनमाने तरीके से खड़े किए गए रिक्शों और वाहनों के कारण हल्दीना बाईपास, लक्ष्मणगढ़-मालाखेड़ा स्टेट हाईवे-44 और मालाखेड़ा-सुमेल-राजगढ़ स्टेट हाईवे-25 पर अव्यवस्था का आलम बना रहा। त्योहार के दिन पुलिस प्रशासन की ओर से कोई विशेष व्यवस्था सुनिश्चित नहीं की गई, जिससे आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों का कहना था कि पुलिस प्रशासन की लापरवाही के कारण दुकानों के आगे अतिक्रमण बढ़ गया है और वाहन चालकों द्वारा गलत दिशा में सड़क पर ही वाहन खड़े कर देने से रास्ता पूरी तरह जाम हो गया। भीड़ और अव्यवस्था के बीच कई लोग बीच रास्ते में फंस गए और उन्हें लंबे समय तक जाम में इंतजार करना पड़ा। कई परिवार जो मिठाई खरीदने या राखी बांधने के लिए निकले थे, वे घंटों तक जाम में फंसे रहे।
त्योहार के मौके पर जहां लोगों को आपसी भाईचारे और खुशी का अनुभव होना चाहिए था, वहीं अव्यवस्थित यातायात और प्रशासनिक लापरवाही ने उन्हें परेशानियों का सामना करने पर मजबूर कर दिया। स्थानीय व्यापारियों ने भी माना कि अव्यवस्था के कारण ग्राहक खरीदारी करने में असुविधा महसूस कर रहे थे। लोगों का कहना है कि भविष्य में ऐसे अवसरों पर पुलिस और प्रशासन को पहले से ही ट्रैफिक प्रबंधन की पुख्ता व्यवस्था करनी चाहिए, ताकि त्योहार की खुशियां जाम और अव्यवस्था की भेंट न चढ़ें।

















