PM मोदी के 3 दिनों के गुजरात दौरे का आज आखिरी दिन है। ‘विश्व वन्यजीव दिवस’ के मौके पर PM मोदी ने यहां जंगल सफारी का आनंद उठाया। उन्होंने गिर नेशनल पार्क की सफारी की।PM मोदी इस तीन दिवसीय दौरे के लिए शनिवार (1 मार्च) की शाम जामनगर पहुंचे थे। उन्होंने यहां कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। रविवार को उन्होंने सोमनाथ मंदिर में पूजा की थीं। इसके बाद आज वो जंगल सफारी का आनंद उठाते नजर आए।
PM मोदी की जंगल सफारी की तस्वीरें
सोमनाथ मंदिर में पूजा के बाद PM मोदी रविवार रात को ही गिर नेशनल पार्क में स्थित राज्य वन विभाग के गेस्ट हाउस सिंह सदन पहुंच गए थे। उन्होंने यहां रात्रि विश्राम किया। इसके बाद आज (2 मार्च) सुबह जंगल सफारी पर निकल गए। PM मोदी के जंगल सफारी की कुछ तस्वीरों सामने आई हैं, जिसमें उनका खास अंदाज देखने को मिल रहा है।सफारी के लिए पीएम मोदी खुली जीप में सवार हुए। वो दौरान पीएम मोदी हाथ में कैमरा थामे नजर आए। उन्हें शेरों की फोटो क्लिक करते भी देखा गया।
PM Narendra Modi visits Gir National Park in Gujarat pic.twitter.com/dC9sk9wQIB
— ANI (@ANI) March 3, 2025
PM Narendra Modi takes lion safari in Gir forest in Gujarat pic.twitter.com/qnJDsaBewc
— ANI (@ANI) March 3, 2025
Today, on #WorldWildlifeDay, let’s reiterate our commitment to protect and preserve the incredible biodiversity of our planet. Every species plays a vital role—let’s safeguard their future for generations to come!
— Narendra Modi (@narendramodi) March 3, 2025
We also take pride in India’s contributions towards preserving… pic.twitter.com/qtZdJlXskA
हर प्रजाति महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है- PM मोदी
इससे पहले प्रधानमंत्री ने विश्व वन्यजीव दिवस पर एक वीडियो एक्स पर पोस्ट किया था। इसे शेयर करते हुए उन्होंने कहा, “आज विश्व वन्यजीव दिवस पर आइए हम अपने ग्रह की अविश्वसनीय जैव विविधता की रक्षा और संरक्षण के लिए अपनी प्रतिबद्धता को दोहराएं। हर प्रजाति एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। आइए आने वाली पीढ़ियों के लिए उनके भविष्य की रक्षा करें। हम वन्यजीवों के संरक्षण और सुरक्षा में भारत के योगदान पर भी गर्व करते हैं।प्रधानमंत्री मोदी गिर वन्यजीव अभयारण्य के मुख्यालय में राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड (एनबीडब्ल्यूएल) की बैठक की अध्यक्षता भी करेंगे। जान लें कि NBWL में 47 सदस्य हैं, जिनमें सेना प्रमुख, विभिन्न राज्यों के सदस्य, इस क्षेत्र में काम करने वाले गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि, मुख्य वन्यजीव वार्डन और विभिन्न राज्यों के सचिव शामिल हैं।

















