मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के अलवर दौरे से पहले जिले की सियासत गरमा गई है। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने मोती डूंगरी स्थित कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने मुख्यमंत्री के डेयरी दौरे पर सवाल उठाते हुए कहा कि जिन चेयरमैन ने दूध में मिलावट की शिकायत उजागर की, उन्हें ही पद से हटा दिया गया, जबकि इस मामले में अब तक चार जांचें हो चुकी हैं लेकिन एक में भी कोई दोष सिद्ध नहीं हुआ है। जूली ने मांग की कि मुख्यमंत्री को डेयरी जांच रिपोर्ट सार्वजनिक करनी चाहिए ताकि सच्चाई सामने आ सके।
इसके साथ ही उन्होंने अलवर को संभाग बनाने की पुरानी मांग को दोहराया और कहा कि सरकार को इस दिशा में स्पष्ट निर्णय लेना चाहिए। जूली ने जिले में विकराल होती पानी की समस्या पर भी चिंता जताई और कहा कि इस मुद्दे पर केवल बयानबाजी से काम नहीं चलेगा, बल्कि ठोस और स्थायी समाधान जरूरी है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि जनता की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए धरातल पर प्रभावी कदम उठाए जाएं। जूली के आरोपों के बाद अलवर दौरे को लेकर राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है।

















