केंद्रीय गृह मंत्रालय ने देश की आपदा प्रबंधन क्षमताओं को परखने और सुधारने के उद्देश्य से 7 मई को एक राष्ट्रव्यापी मॉक ड्रिल आयोजित करने का निर्देश दिया है। इस मॉक ड्रिल का आयोजन देश के 244 चिन्हित जिलों में किया जाएगा, जिसमें हवाई हमले, आग लगने, रासायनिक हमलों और अन्य आपात स्थितियों से निपटने के लिए सिविल डिफेंस बलों की तैयारियों की परीक्षा ली जाएगी। कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक हर राज्य में प्रशासन, पुलिस, दमकल विभाग, स्वास्थ्यकर्मी और अन्य आपात सेवाएं इस अभ्यास में भाग ले रही हैं। कई राज्यों में मॉक ड्रिल की तैयारी पहले ही शुरू हो चुकी है। इसमें आम जनता को भी शामिल किया जा रहा है, ताकि उन्हें आपदा के समय सही कदम उठाने की जानकारी दी जा सके। मॉक ड्रिल के दौरान लोगों को बताया जाएगा कि हवाई हमले की स्थिति में कैसे शरण लेनी है, आग लगने पर किस तरह से बुझाना है, और घायलों को कैसे प्राथमिक उपचार देना है। यह पहल नागरिकों को जागरूक और प्रशिक्षित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में जानमाल का नुकसान न्यूनतम किया जा सके।
