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मुजफ्फरनगर। स्वतंत्रता दिवस की 78वीं वर्षगांठ के अवसर पर गुरूवार को सामाजिक एकता को लेकर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रमुख समाजसेवी मनीष चौधरी ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में देश के सभी धर्मों और वर्गों के लोगों की हिस्सेदारी रही है। इसका साक्षात प्रमाण इण्डिया गेट है, जहां इन सेनानियों और अमर शहीदों के नाम लिखे हैं। रूपा पब्लिक स्कूल में भारतीय मुसलमान-एकता का आधार और हुब्बुल वतनी कार्यक्रम का आयोजन सामाजिक कार्यकर्ता फैजुर रहमान द्वारा किया गया। इस अवसर पर बच्चों ने स्वतंत्रता दिवस पर आधारित देशभक्ति कार्यक्रम प्रस्तुत किये। यहां अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए प्रमुख समाजसेवी मनीष चौधरी ने अपने सम्बोधन में कहा कि पूरे देश में आज 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आजादी के जश्न की धूम है। देश को आजाद कराने में हिन्दु-मुस्लिम सहित सभी धर्मों और वर्गों के लोगों ने अपना बलिदान दिया है। अमर शहीदों की शौर्य गाथा आज भी इण्डिया गेट के रूप में हमारे सामने है। देश के स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन में सेनानियों के रूप में मुस्लिमों की संख्या सबसे ज्यादा है। इन सेनानियों में करीब 65 प्रतिशत मुस्लिम समाज से थे। इन सेनानियों और अमर शहीदों ने अपना बलिदान देकर यही साबित किया है कि जाति और धर्म बाद में है, सबसे पहले देश और देश की आन है। मौलाना आलम ने बताया कि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान हसरत मोहानी ने इंक़लाब जिन्दाबाद का नारा दिया तो अज़ीमुल्ला खां ने भारत माता की जय का नारा दिया। डा. नजमुल हसन ने बताया कि आज भी इंडिया गेट पर जो स्वतंत्रता सेनानियों के 95300 नाम लिखे हैं, उनमें 61945 मुस्लिम सेनानियों के हैं। हमे इसी तरह देश की सेवा करनी है जैसे हमारे पुरखों ने अपना बलिदान देकर की है। फैज़ुर रहमान ने कार्यक्रम में अपील करते हुए कहा कि जैसे मुगल रियासतों के दौर में भारत में पहले एक ईस्ट इंडिया नाम की कंपनी आई और उसने देश को गुलाम बना लिया, ऐसे ही आज भी बहुत सी विदेशी कंपनियां भारत में अपने पैर जमा चुकी हैं, स्वतंत्रता आंदोलन की भांति ही देश की खातिर इन कंपनियों को हमें मिलकर ही यहां से भगाना होगा। डॉ. खुर्रम ने बताया कि सैफुद्दीन किचलेव, मगफूर अहमद अजाजी, सैयद हसन ईमाम, कुँवर मुहम्मद अशरफ और कैप्टन अब्बास अली जैसी हज़ारों शख्सियतों ने अपना लहू देकर मुल्क को आज़ादी दिलवाई। हमे देश के विकास में अपना योगदान देना है, हम पढ़ेंगे तो देश बढ़ेगा। इस दौरान मुख्य रूप से डॉ. नजमुल हसन जैदी, मौलाना आलम जैदी, डॉ. खुर्रम, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष डा. राजीव कुमा, ह्यूमैनिटी वेलफेयर एसोसिएशन के संस्थापक शाहवेज अंसारी, रूपा पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य मास्टर अखलाक तथा आयोजक फैजुर रहमान सहित अन्य लोग मौजूद रहे।