मुजफ्फरनगर के महावीर चौक स्थित स्वरूप प्लाज़ा में संचालित ‘कैफे कॉर्नर’ और ‘फ्री फायर कैफे’ में जिला प्रशासन और पुलिस की छापेमारी के दौरान कॉलेज और स्कूल के छात्रों की आपत्तिजनक गतिविधियों का पर्दाफाश हुआ है। इस छापे के दौरान कैफे के अंदर 20 से अधिक युवक-युवतियों को पकड़ा गया, जिनमें अधिकांश छात्र-छात्राएं शामिल थीं। सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप और सीओ सिटी के नेतृत्व में की गई इस कार्रवाई ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है और घटना ने स्थानीय लोगों के बीच हलचल पैदा कर दी है।
कार्रवाई के दौरान, पुलिस ने कैफे के अलग-अलग केबिनों से युवक-युवतियों को आपत्तिजनक हालत में पकड़ा। कैफे की सिटिंग व्यवस्था के अंदर से डस्टबिन और सोफों के नीचे से भी आपत्तिजनक सामान बरामद किया गया। इसके साथ ही, मौके पर बीयर की खाली बोतलें भी पाई गईं। पुलिस ने मौके पर वीडियोग्राफी कर पूरी घटना को दर्ज किया और पकड़े गए सभी युवक-युवतियों को हिरासत में लेकर थाने भेजा गया।प्रशासन के अनुसार, पकड़े गए छात्र-छात्राएं शहर के प्रतिष्ठित स्कूलों और कॉलेजों से जुड़े हुए हैं। इनकी पहचान कर उनके परिजनों को घटना की जानकारी दी गई। इस घटना के बाद, छात्र-छात्राओं के परिजनों में भी चिंता और भय का माहौल है। पुलिस और प्रशासन ने कैफे संचालकों से भी पूछताछ शुरू कर दी है कि आखिर यह गतिविधियां कैसे बिना किसी हस्तक्षेप के चल रही थीं।
सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप ने बताया कि उन्हें इस कैफे में हो रही संदिग्ध गतिविधियों की शिकायत मिली थी, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई। इस छापेमारी में सिटी मजिस्ट्रेट, सीओ सिटी, और सिविल लाइन थाना पुलिस की टीम शामिल थी। पुलिस का कहना है कि पकड़े गए युवक-युवतियों से पूछताछ के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।यह घटना न केवल स्थानीय प्रशासन के लिए एक गंभीर चेतावनी है बल्कि समाज के सामने भी कई सवाल खड़े करती है। युवा पीढ़ी की अनुशासनहीनता और उनके बीच बढ़ती आपत्तिजनक गतिविधियों को लेकर समाज में चिंता बढ़ गई है। स्कूल और कॉलेजों में शिक्षा के साथ-साथ नैतिक शिक्षा पर जोर देने की आवश्यकता महसूस की जा रही है।स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसे कैफे और अन्य जगहें अक्सर छात्रों के लिए एक गलत दिशा में जाने का अड्डा बन जाते हैं, जहां वे अनुचित गतिविधियों में लिप्त हो जाते हैं। पुलिस और प्रशासन से इस मामले में सख्त कदम उठाने की मांग की जा रही है ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।इस घटना ने शहर के स्कूल और कॉलेज प्रशासन को भी अलर्ट कर दिया है। संस्थानों ने अपने छात्रों के प्रति सतर्कता बरतने और उनकी गतिविधियों पर निगरानी रखने की योजना बनाई है।प्रशासन ने इस छापेमारी को एक कदम के रूप में देखा है, जो शहर में अनुशासन बनाए रखने और ऐसे अनैतिक कार्यों को रोकने के लिए उठाया गया है। पुलिस इस पूरे मामले की गहन जांच कर रही है और इस मामले में शामिल सभी लोगों से पूछताछ जारी है।