लखनऊ में गुप्त रोगों के इलाज के नाम पर ठगी और खिलवाड़ का बड़ा खुलासा हुआ है। स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने राजधानी के कई नामी गुप्त रोग विशेषज्ञों के क्लीनिक पर छापेमारी की, जहां स्टेरॉयड युक्त दवाएं बेची जा रही थीं। ये दवाएं नपुंसकता या शारीरिक कमजोरी दूर करने के बजाय यौन रोगों को बढ़ा सकती थीं। चारबाग, हजरतगंज और वर्लिंगटन चौराहा जैसे इलाकों में ये क्लीनिक धड़ल्ले से चल रहे थे।
18 फरवरी को ड्रग्स विभाग की टीम ने वर्लिंगटन चौराहा स्थित पांच सेक्सोलॉजिस्ट क्लीनिक—डॉ. एसके जैन, डॉ. एके जैन, डॉ. पीके जैन, राणा डिस्पेंसरी और डॉ. ताज क्लीनिक पर छापा मारा। जांच में पाया गया कि इन क्लीनिकों में बिना वैज्ञानिक प्रमाण के मिलावटी और स्टेरॉयड युक्त दवाएं बेची जा रही थीं, जिससे लोगों को गुमराह कर ठगा जा रहा था। खासतौर पर युवा इन क्लीनिकों के निशाने पर थे।
ड्रग्स विभाग के अधिकारियों ने 10 संदिग्ध दवाओं के सैंपल जांच के लिए मेरठ लैब भेजे, जहां उनमें स्टेरॉयड की पुष्टि हुई। छापेमारी के दौरान टीम को क्लीनिकों में धक्का-मुक्की का भी सामना करना पड़ा। इस कार्रवाई के बाद इलाज कराने पहुंचे लोगों में हड़कंप मच गया।