सहारनपुर। शहर के पेपर मिल रोड पर बारिश के दौरान जलभराव की समस्या विकराल रूप ले चुकी है। ब्रह्मपुरी और राज विहार कॉलोनी से सटे इस मार्ग पर बारिश का पानी कई–कई दिन तक जमा रहता है, जिससे राहगीरों को न केवल भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है, बल्कि चलते वाहनों से उठकर कीचड़ का पानी पैदल चलने वालों को गंदा कर देता है।स्थानीय लोगों का आरोप है कि रेलवे विभाग द्वारा सड़क किनारे बनाई गई कृत्रिम दीवार ने जलनिकासी का मार्ग पूरी तरह रोक दिया है। पहले बारिश का पानी बहकर नालियों में समा जाता था, लेकिन अब पानी जमा होकर सड़क को तालाब में तब्दील कर देता है।
इस समस्या का स्थायी समाधान कौन करेगा, इस पर नगर निगम और रेलवे के बीच ठोस जवाबदेही तय नहीं हो पा रही है। नाली का निर्माण कौन करेगा — रेलवे या नगर निगम — यही तय नहीं हो सका है, और इसकी कीमत स्थानीय जनता भुगत रही है।पार्षद का दावा, हकीकत उलटक्षेत्रीय पार्षद राजकुमार शर्मा ने जलभराव से इनकार करते हुए दावा किया कि “बारिश का पानी दूसरे दिन नहीं रुकता।” हालांकि स्थानीय नागरिकों और दुकानदारों ने इस दावे को पूरी तरह झुठलाया। उनका कहना है कि कई बार तो तीन–तीन दिन तक पानी भरा रहता है, जिससे दुकानों तक पहुंचना भी मुश्किल हो जाता है।स्थायी समाधान की मांग
स्थानीय लोगों ने नगर निगम और रेलवे प्रशासन से मांग की है कि इस समस्या का स्थायी समाधान किया जाए और संयुक्त रूप से जलनिकासी की उचित व्यवस्था बनाई जाए, जिससे इस व्यस्त मार्ग पर यातायात और आमजन का आवागमन सुगम हो सके।यदि समय रहते समाधान नहीं किया गया, तो यह समस्या आगामी मानसून में और भयावह रूप ले सकती है।