भारत और अमेरिका के बीच प्रस्तावित व्यापार समझौते को लेकर किसान नेता राकेश टिकैत ने गहरी चिंता जताई है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर आग्रह किया है कि इस ट्रेड डील से कृषि और डेयरी क्षेत्र को पूरी तरह से बाहर रखा जाए।
टिकैत का कहना है कि यदि इस समझौते में इन दोनों क्षेत्रों को शामिल किया गया, तो इससे भारतीय किसानों की आजीविका पर सीधा असर पड़ेगा। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि यह हुआ, तो देश का किसान अपने ही खेत में मजदूर बनकर रह जाएगा।
भारतीय किसान यूनियन के नेता ने यह भी मांग की कि किसी भी अंतरराष्ट्रीय व्यापार समझौते से पहले किसानों और किसान संगठनों से परामर्श लिया जाए। उन्होंने कहा कि कृषि केवल एक व्यापार नहीं है, बल्कि करोड़ों लोगों की जीविका का आधार है, और इसमें किसी भी तरह का समझौता सोच-समझकर ही होना चाहिए।
यह मामला ऐसे समय में सामने आया है जब भारत और अमेरिका के बीच व्यापार सहयोग को लेकर उच्च स्तर पर बातचीत जारी है। किसान संगठनों ने आशंका जताई है कि यदि डेयरी और कृषि उत्पादों पर विदेशी कंपनियों का दबाव बढ़ा, तो इसका नुकसान भारतीय किसानों को झेलना पड़ेगा।