अयोध्या में रामलला के विराजमान होने के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस साल को अद्भुत और अलौकिक बताया। उन्होंने कहा कि 500 साल का इंतजार खत्म हो गया है और यह मौका उन सभी आत्माओं को स्मरण करने का है, जिन्होंने राम जन्मभूमि आंदोलन में अपने जीवन का बलिदान दिया। योगी ने संतों को नमन किया और कहा कि उनका संकल्प पूरा हुआ है। इस अवसर पर दीपोत्सव मनाया जा रहा है, जो कि रामलला के आगमन का पहला दीपोत्सव है।
सनातन धर्म के लिए अयोध्या एक शुरुआत
अपने संबोधन में सीएम योगी ने विपक्ष पर हमला भी बोला. उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने भगवान श्रीराम को ही नकार दिया. अस्तित्व पर प्रश्न खड़े किए थे. अब ये लोग सनातन के अस्तित्व पर सवाल खड़े कर रहे हैं. सनातन धर्म के लिए अयोध्या एक शुरुआत है. सनातन धर्म ने कभी किसी का अहित नहीं किया, सबको गले से लगाया. जो भी मानवता के मार्ग में, विकास के मार्ग में बैरियर बनेगा, उसकी वही दुर्गति होनी है जो उत्तर प्रदेश के माफियाओं की हुई है.
अयोध्या को फिर से अपने आप को साबित करने की बारी
सीएम योगी ने कहा, जो हमने कहा था, 2017 के बाद वो अयोध्या में हो रहा है. अयोध्या को फिर से अपने आप को साबित करने की बारी है. इसके लिए अयोध्यावासियों को फिर से आगे आना होगा.अयोध्या को देश की पहली सोलर सिटी बना दिया गया है. दीपोत्सव अयोध्या की देन है, पहले कहां दीपोतस्व मानया जाता था? दीपोत्सव समारोह से पहले अयोध्या पहुंचे सीएम योगी व अन्य नेताओं ने भगवान राम के रथ को राम दरबार स्थल तक खींचकर पहुंचाया. इसके बाद सीएम योगी ने उनकी आरती उतारी.