महाराष्ट्र की राजनीति में एक नई हलचल देखने को मिल रही है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे और शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) प्रमुख उद्धव ठाकरे के बीच सियासी नजदीकियों की चर्चा जोरों पर है। शिवसेना नेता संजय राउत ने इस संभावित गठजोड़ पर बयान देते हुए कहा कि अगर विचार और उद्देश्य एक हों तो साथ आना कोई मुश्किल नहीं। उन्होंने यह भी जोड़ा कि दोनों नेताओं के बीच पहले भी रिश्ते अच्छे रहे हैं और महाराष्ट्र के हित में कोई भी फैसला संभव है।
वहीं, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस संभावित गठबंधन को “अच्छा कदम” बताया है। उन्होंने कहा कि अगर यह गठजोड़ होता है तो इससे राज्य में एक मज़बूत विपक्ष तैयार हो सकता है, जो लोकतंत्र के लिए ज़रूरी है। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि इससे भाजपा को कोई नुकसान नहीं होगा, बल्कि राजनीतिक परिदृश्य और भी स्पष्ट होगा।
गौरतलब है कि राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे दोनों बालासाहेब ठाकरे के वारिस माने जाते हैं, लेकिन विचारधाराओं में भिन्नता के कारण दोनों ने अलग-अलग रास्ते चुन लिए थे। अब बदलते राजनीतिक समीकरणों में दोनों की एकता राज्य की राजनीति को नया मोड़ दे सकती है। आगामी चुनावों से पहले इस गठजोड़ की संभावना पर सभी की निगाहें टिकी हैं।