शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने सत्तारूढ़ महायुति सरकार पर विधानसभा चुनावों में गुंडों का इस्तेमाल करने का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि चुनाव में पुलिस और सरकार की मदद से 60 से 70 विधानसभा सीटों पर गुंडों को सहारा दिया जा रहा है और जेल से कई अपराधियों को छोड़ा गया है। राउत का दावा है कि गैंगवार में शामिल लोगों की चुनाव में सहायता ली जा रही है और चुनाव आयोग व पुलिस पर भी सरकारी दबाव है, जो कि वर्षा बंगले से नियंत्रित हो रहे हैं।
बीजेपी के ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए संजय राउत ने कहा कि जनता को भड़काने और दंगा फैलाने की कोशिश की जा रही है। प्रधानमंत्री के “एक हैं तो सेफ हैं” बयान की ओर इशारा करते हुए राउत ने सवाल उठाया कि यह बयानबाजी क्यों की जा रही है और किसे सुरक्षित करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य की पूरी जनता प्रधानमंत्री की है, किसी एक समुदाय या पार्टी की नहीं।राज ठाकरे द्वारा उद्धव गुट पर हो रहे हमलों पर राउत ने पलटवार करते हुए कहा कि अगर महाराष्ट्र पर हमला हो रहा है, तो इसके लिए संतों की भाषा में बात करना उचित नहीं है। राउत ने यह भी आरोप लगाया कि राज ठाकरे बीजेपी की स्क्रिप्ट पढ़ रहे हैं और उन्हें महाराष्ट्र की अस्मिता के बारे में कुछ समझ नहीं है। उन्होंने कहा कि भाषा उनका हथियार है, जिसका वे सही तरीके से इस्तेमाल करेंगे।