बांदा। जिला नशा मुक्ति केन्द्र द्वारा विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। संस्था में मौजूद पदाधिकारियों ने कहा, कि तम्बाकू के उपयोग के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और इसकी खपत को कम करने के लिये एवं प्रभावी नीतियों की वकालत करने के लिये विश्व तम्बाकू निषेध दिवस मनाया जाता है। उन्होंने कहा, कि प्रतिवर्ष तम्बाकू से होने वाले कैंसर से लाखों मौतें हो जाती है। फिर भी लोग धूम्रपान करना नहीं छोड़ रहे है। जागरुकता का अभाव, फैशन, दिखावा के चक्कर में युवाओं को लत लग रही है। माँ-बाप जो पहले से तम्बाकू, गुटका, बीड़ी का उपयोग कर रहे हैं, उनसे आग्रह करते हुए कहा, कि वें बच्चों से यह चीजे दुकान से न मगाएँ, क्योकि छोटे बच्चों में समझ न होने के कारण उत्सुकता बढ़ती है। और वे छुपकर इसका सेवन करने लगते है और बाद में लत लग जाती है। संस्था जिला नशा मुक्ति केन्द्र के पदाधिकारियों द्वारा तम्बाकू से होने वाले दुष्प्रभाव एवं दुष्पेरिणाम के बारे में बताया गया, इस अवसर पर प्रोजेक्ट कोआर्डिनेटर चंदा देवी, पीयर मोबिलाईजर नागेन्द्र, नर्स सोम्या गुप्ता, ओ. र. डबलू शोभा देवी एवं संस्था के सभी स्टाफ इत्यादि लोग मौजूद रहे।

















