गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार चुनाव अभियान की शुरुआत कर दी। अपने दो दिवसीय बिहार दौरे के दौरान, उन्होंने गोपालगंज में एक बड़ी रैली को संबोधित किया, जिसमें एनडीए के अन्य सहयोगी दलों के वरिष्ठ नेता भी शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने बिहार में मां सीता का भव्य मंदिर बनाने की घोषणा की।
राजद-कांग्रेस पर साधा निशाना
अमित शाह ने अपने भाषण में राजद और कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने बिहार के विकास के लिए कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा, “लालू यादव जब केंद्र सरकार में मंत्री थे, तब उन्होंने बिहार को क्या दिया? न उन्होंने कुछ किया और न ही सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह ने राज्य के विकास में कोई योगदान दिया।”
‘मेरे जिगर के टुकड़ों से’ शुरू किया संबोधन
गृह मंत्री ने कहा, “मेरे जिगर के टुकड़ों जैसे युवा मित्रों, सबको राम राम और प्रणाम। गोपालगंज की भूमि ने हमेशा देश को नया रास्ता दिखाने का प्रयास किया है। लालू एंड कंपनी ने राम मंदिर निर्माण में अड़ंगा डाला था, लेकिन अब बिहार की धरती पर मां सीता का भव्य मंदिर बनेगा।”
‘लालू जी ने सिर्फ परिवार को सेट किया’
अमित शाह ने आरोप लगाया कि लालू यादव ने सिर्फ अपने परिवार के लिए काम किया। उन्होंने कहा, “दोनों बेटे सीएम बनने की तैयारी कर रहे हैं, एक बेटी राज्यसभा सांसद हैं, दूसरी को लोकसभा से लड़वाया, पत्नी पहले ही मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। लेकिन उन्होंने बिहार के युवाओं के भविष्य की चिंता नहीं की।”
बिहार के लिए किए गए विकास कार्य गिनाए
अमित शाह ने कहा कि एनडीए सरकार ने बिहार के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं, जिनमें मैथिली भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करना, मखाना को GI टैग दिलाना, बिहार कोकिला शारदा सिन्हा को पद्म भूषण और मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित करना शामिल है। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि एक करोड़ 17 लाख बहनों को गैस सिलिंडर दिया गया है और बिहार को बाढ़ से मुक्त कराने की योजना पर काम हो रहा है।
बिहार चुनाव में विकास बनाम जंगलराज की लड़ाई
शाह ने कहा कि बिहार की जनता को तय करना है कि उन्हें लालू-राबड़ी के ‘जंगलराज’ के रास्ते पर जाना है या मोदी-नीतीश के ‘विकास के पथ’ पर। उन्होंने जनता से एक बार फिर एनडीए सरकार बनाने की अपील की।

















