अलवर के मालाखेड़ा क्षेत्र में स्टेट हाईवे 44 पर धूल-मिट्टी उड़ने से परेशान ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। बिजवाड़ से मालाखेड़ा जाने वाले इस हाईवे पर मालिवास के समीप पिछले एक वर्ष से सड़क का निर्माण नहीं हुआ है, जिससे सड़क पर लगातार धूल का गुबार उठता रहता है। इससे स्थानीय लोगों और राहगीरों को संक्रमण और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन से बार-बार शिकायत के बावजूद कोई समाधान नहीं निकला, जिससे नाराज होकर ग्रामीणों—महिला और पुरुषों—ने मिलकर सड़क पर जाम लगा दिया।
जाम लगते ही दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं, जिससे यातायात पूरी तरह बाधित हो गया। सूचना मिलते ही मालाखेड़ा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों से बातचीत कर समाधान निकालने का प्रयास किया। पुलिस ने बताया कि स्टेट हाईवे 44 पर एक निजी कंपनी द्वारा मालिवास के पास अब तक सड़क का निर्माण नहीं किया गया है, जिससे वहां धूल उड़ रही है। ग्रामीणों ने इस समस्या को लेकर उपखंड अधिकारी (एसडीएम) मालाखेड़ा और सार्वजनिक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) जयपुर के अधिकारियों को पहले भी अवगत कराया था, लेकिन उनकी तरफ से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
पुलिस और प्रशासन की समझाइश के बाद ही ग्रामीणों ने सड़क पर लगाए गए लोहे के पोल हटाए और आवागमन बहाल हुआ। स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले एक साल से वे लगातार इस परेशानी का सामना कर रहे हैं, लेकिन संबंधित विभाग समस्या को नजरअंदाज कर रहा है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही सड़क का निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ तो वे फिर से बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे।

















