उत्तराखंड देवताओं की भूमि के तौर पर जाना जाता है। हिन्दू। धर्म में उत्तराखंड के कई जगहों का बड़ा महत्व है इसलिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु वहां पहुंचते हैं लेकिन अब उत्तराखंड पहाड़ी इलाका है जो युवाओं और पर्यटकों को भी अपनी ओर आकर्षित करता है।
बड़ी संख्या में पर्यटक भी उत्तराखंड, नैनीताल, हरिद्वार जैसी जगहों पर जाते हैं। इसका असर भी देखने को मिल रहा है। हरिद्वार का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें गंगा के गिनारे बना घाट बेहद गंदा दिखाई दे रहा है।
हरिद्वार के हर की पौड़ी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में दिखाया गया है कि किस तरह घाट गंदा हुआ पड़ा है। प्लास्टिक के टुकड़े, कचरे, कपड़े, गंदगी आदि सीढ़ियों पर बिखरी पड़ी है। किसी ने इसका वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया। इस वीडियो को देखने के बाद एक तरफ लोग इसे पर्यटकों की घटिया हरकत बता रहे हैं
तो कुछ प्रशासन को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
इस वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर कुछ लोगों का कहना है कि हरि की पौड़ी या उत्तराखंड के अधिक जगहों पर श्रद्धालुओं से अधिक घूमने-फिरने के लिए युवा पहुंच रहे हैं। इन लोगों ने उत्तराखंड को गंदा कर दिया और प्लास्टिक से पहाड़ों को ढक दिया है। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि पर्यटकों और श्रद्धालुओं से प्रदेश के लोगों को फायदा होता है, इसलिए इसकी जिमेदारी सरकार की है, वह साफ-सफाई का ध्यान रखे
लोगों की प्रतिक्रियाएं
एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा कि अधिकतर लोग घूमने के लिए आते हैं, उनके अंदर कोई श्रद्धा नहीं होती है। एक ने लिखा कि लोगों में गंगा नदी के प्रति आस्था नहीं है, सब दिखावे के लिए जाते हैं। स्नान करने के लिए गंगा नदी साफ चाहिए पर घाट की सफाई का ध्यान रखना नहीं चाहते। एक ने लिखा कि सरकार में एक पर्यटन मंत्री भी होता है। उसका क्या कोई कार्य है, या सब जनता क्यों करें? हरिद्वार नगर पालिका या निगम, किस लिए बना ?एक अन्य ने लिखा कि गंगा को साफ करने के लिए एक मंत्रालय बना, उत्तराखंड सरकार और फिर नगर निगम भी है। ये सब मिलकर क्या घाट की सफाई नहीं रख सकते? इसमें कोई दो राय नहीं है कि जब बड़ी संख्या में लोग घूमने या दर्शन के लिए पहुंचेंगे तो गंदगी तो होगी ही।