अलवर राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण व जिला एवं सेशन न्यायाधीश, अलवर के निर्देशानुसार केन्द्रीय कारागृह अलवर का औचक निरीक्षण किया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अलवर द्वारा बताया गया कि निरीक्षण के दौरान केन्द्रीय कारागृह की कुल क्षमता 1120 बंदीजन की है जबकि मौके पर कुल 1001 पुरुष बंदी एवं 25 महिला बंदी निरूद्ध पाए गए एवं 02 बच्चे पाए गए।
साथ ही कारागृह में 30 पुरुष एवं 10 महिला विदेशी नागरिक पाए गए। बताया गया कि सुप्रीम कोर्ट, नई दिल्ली के द्वारा चलाए गए अभियान “Special Campaign for Old Prisoners and Terminally ill Prisoners” के तहत गठित कमेटी के द्वारा निरीक्षण कर कारागृह में निरूद्ध 70 साल या 70 साल से अधिक उम्र वाले बंदी जो किसी घातक बीमारी से ग्रसित हैं, के अभियान के तहत फॉर्म भरवाए गए। कारागृह के वार्डों का निरीक्षण कर कारागृह में निरूद्ध बंदियों से वार्ता की गई और उन्हें निःशुल्क विधिक सहायता के संबंध में जानकारी प्राप्त की गई। निरीक्षण के दौरान बंदीजन द्वारा एसटीडी एवं कैंटीन की समस्या बताई गई तथा महिला बंदीजन द्वारा शिकायत पेटी नहीं होने एवं कपड़े सुखाने की व्यवस्था नहीं होने के संबंध में जाहिर किया गया, जिस पर आवश्यक निर्देश प्रदान किए गए। निरीक्षण के दौरान केन्द्रीय कारागृह अलवर के कर्मचारीगण, चीफ लीगल एड डिफेंस काउंसिल अलवर के अधिवक्तागण एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कर्मचारीगण उपस्थित रहे।