चंदेरी सिल्क साड़ी की ऐसे करें देखभाल,

चंदेरी साड़ियां मध्यप्रदेश के चंदेरी शहर में बुनी जाती हैं. इसी वजह से साड़ी का नाम चंदेरी पड़ा है. इन साड़ियों का इतिहास काफी पुराना है. कहां जाता है कि 13वीं शताब्दी में इन साड़ियों की बुनाई कोली बुनकरों द्वारा शुरू की गई थी. मुगल काल के दौरान ये साड़ियां काफी प्रचलित हुईं और मलमल के धागे मंगाकर इन्हें बुना जाता था. चंदेरी जरी को वैसे तो कॉटन के धागों के साथ भी बुना जाता है, लेकिन सबसे ज्यादा ये सिल्क में पॉपुलर हैं. चंदेरी साड़ी की खासियत है कि इसमें जटिल पैटर्न होने के बावजूद भी ये काफी हल्की होती है और देखने में पारदर्शी रहती है. गर्मी में रिच लुक पाना हो तो चंदेरी सिल्क साड़ी पहनना बेहतरीन आइडिया है. इन साड़ियों का रखरखाव अगर सही से किया जाए तो लंबे समय तक ये नई जैसी बनी रहती हैं.चंदेरी सिल्क साड़ियां त्योहारों और शादी के मौकों पर काफी अच्छा लुक देती हैं, लेकिन इन्हें ऑफिशियल इवेंट में भी कैरी किया जा सकता है. पारंपरिक रूप से बुनी गई चंदेरी साड़ी में खास चमक होती है जो इसे आकर्षक बनाती है. इसकी चमक लंबे समय तक बरकरार रखने के लिए इसे सहेजते वक्त कुछ छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखें.

धोने का तरीका रखें सही

चंदेरी सिल्क की साड़ी को आप ड्राई क्लीन करवा सकते हैं या फिर घर पर भी धो सकते हैं, लेकिन ध्यान रखें कि इसे मशीन में न धोएं. साड़ी को हल्के हाथों से मसलते हुए साफ करना चाहिए. इसे तेज न रगड़ें और ब्रश का इस्तेमाल गलती से भी नहीं करना चाहिए. डिटर्जेंट काफी हार्ड होते हैं, इसलिए साड़ी को धोने के लिए लिक्विड सोप का यूज करें.

सुखाने और प्रेस करने में सावधानी

चंदेरी साड़ी को ज्यादा तेज धूप में सुखाने से बचें. प्रेस करते वक्त भी काफी ध्यान रखने की जरूरत होती है. प्रेस को ज्यादा गर्म न करें और इसे प्रेस करते वक्त ऊपर से एक हल्के सूती कपड़े को बिछा लें या फिर पेपर का यूज किया जा सकता है. इससे साड़ी सीधे हीट के संपर्क में नहीं आएगी और इसकी चमक बरकरार रहेगी.

सहेजते वक्त रखें ध्यान

चंदेरी सिल्क की साड़ी को अगर अलमारी में रख रही हैं तो इसे फोल्ड करने के बाद किसी सूती या फिर मलमल के कपड़े में लपेटकर एक बैग में पैक करें और फिर इसे सहेजकर रखें. ध्यान रखें कि सीलन नहीं लगनी चाहिए और बीच-बीच में 1 दो महीने पर साड़ी को निकालकर चेक करती रहें. इस दौरान फोल्ड को बदल दें ताकि इसकी क्रीज न बनें.

मॉइस्चर ऑब्जर्वर रखें साथ

साड़ी के साथ मॉइस्चर ऑब्जर्वर भी रखें. इसके लिए आप सिलिका जेल पैकेट्स का यूज कर सकती हैं. या फिर नेप्थलीन की बॉल को स्टोरेज एरिया में डाल सकती हैं. इससे बाकीके कपड़े भी नमी से बचे रहेंगे. कुछ दिनों के बाद साड़ी को बाहर निकालकर कुछ देर हैंगर में करके हवा में लटकाना चाहिए.

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