महाविकास आघाड़ी (MVA) के नेता आदित्य ठाकरे ने हाल ही में भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनाव आयोग (EC) बीजेपी के कार्यालय से चलता है। आदित्य ठाकरे का यह बयान तब आया, जब चुनाव आयोग ने राहुल गांधी की सदस्यता को रद्द किया। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठते हैं, खासकर जब वह राजनीतिक उद्देश्यों के तहत काम करता नजर आता है। ठाकरे ने यह भी कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव आयोग का यह कदम भाजपा के राजनीतिक दबाव का नतीजा है। आदित्य ठाकरे ने यह बयान देते हुए भाजपा की ओर से चुनाव आयोग पर दबाव डालने का आरोप लगाया और कहा कि चुनाव आयोग का काम स्वतंत्र और निष्पक्ष होना चाहिए, न कि किसी राजनीतिक दल के हितों को ध्यान में रखते हुए निर्णय लेने का। उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव आयोग की कार्रवाई से लोकतंत्र की साख पर सवाल खड़े हो रहे हैं और देशवासियों को इस पर गंभीरता से सोचना चाहिए। ठाकरे ने यह भी जताया कि यदि इस प्रकार के कदमों का विरोध नहीं किया गया, तो लोकतंत्र की स्वतंत्रता खतरे में पड़ सकती है।
चुनाव आयोग को बदनाम करने की कोशिश
बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी विदेश जाकर संवैधानिक संस्थाओं का अपमान करते हैं. उन्होंने कहा कि ये तो राहुल गांधी की पहचान बन गई है. कुछ लोग पीएम मोदी का विरोध करते-करते भारत के विरोध में उतर आए हैं और वो भी विदेश की धरती पर जाकर ऐसा करने लगे हैं. पूरी दुनिया भारत की चुनाव आयोग और इसके प्रक्रिया की वाह-वाहई कर रही है.बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी ने अमेरिका में भारत और चुनाव आयोग को बदनाम करने की कोशिश की है. ये नेशनल हेराल्ड केस में बेल पर हैं. जो व्यक्ति और उनकी माता जी जो 50 हजार के मुचलके पर बेल पर बाहर हो उन पर देश की जनता क्या विश्वास करेगी? उन्होंने कहा कि जो राहुल बेल पर है अगर वो विदेश में जाकर देश के लोकतंत्र के खिलाफ बोलेंगे तो जनता भरोसा नहीं कर पाएगी.