बांदा/,शहीदाने कर्बला की याद में मनाए जाने वाले मुहर्रम की 10 वीं तारीख़ को शहर के सभी इमामबाड़ों से मातमी धुनों के बीच ढाल सवारियां व ताजिया भीगी हुई नम आंखों से निकाले गए। परंपरागत रास्तो से होते हुए कर्बला पहुंचे। यहां ताजियों को सुपुर्द ए आब किया गया। शहर के सभी इमामबाड़ों से ढाल सवारियां, अलम और ताजिया जुलूस निकाले गए।जुलूस अपने-अपने रास्तो से होते हुए कर्बला पहुंचे। यहां अकीदतमंदों का भारी हुजूम इकट्ठा रहा। रामा के इमामबाड़े से ढाल सवारी निकाली गई। चांदी के नीबू से सजी यह ढाल सवारी आकर्षण का केंद्र रही।शहर के अमर टाकीज छावनी बाकरगंज पदमाकर चौराहा कटरा क्योटरा मोहल्ले में पैतरा खेला गया। कटरा रोड और कर्बला मोहल्ला अकीदतमंदों से भरा रहा, लोगों ने जगह-जगह स्टॉल लगाकर लोगों को पानी पिलाया तो कहीं लोगों ने लंगर किया।दोपहर पूर्वी कोठी से शिया समुदाय के लोगों ने अलम जुलूस निकाला नोहा पढ़कर युवाओं की टोली मातम करते हुए कर्बला पहुंचे। पुलिस अधीक्षक पलाश बंसल सुरक्षा व्यवस्था का लगातार जायजा लेते हुए दिखे।पुलिस अधीक्षक ने जगह-जगह पुलिस कर्मियों को तैनात किया था। अमर टाकीज़ सपा नेता शेखर शेखर शर्मा ने पुलाव और पानी का लंगर का इतंजाम किया।कर्बला रोड पर आसिफ खान के द्वारा पानी, शर्बत, और बिरयानी का लंगर इमाम हुसैन की याद में करवाया गया।