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साढ़े नौ घंटे चली कार्रवाई… बुलडोजर छोटे पड़े तो मंगाईं पोकलेन मशीनें

बरेली। बीडीए की ओर से साढ़े नौ घंटे चली कार्रवाई में कई बाधाएं भी आईं। कभी बारिश ने खलल डाला तो कभी अवैध निर्माण ढहाने के लिए बुलडोजर छोटे पड़ गए। पोकलेन मशीनों को मंगाकर आरोपी के अवैध निर्माण को ध्वस्त किया गया।इस पूरी कार्रवाई में बीडीए उपाध्यक्ष से लेकर पुलिस के सीओ तक 24 अधिकारी मौजूद रहे, जबकि 200 से अधिक मजदूर काम को अंजाम देते रहे।

राजीव राना के होटल व मकान के पास सुबह बारिश थमने के बाद करीब 9:30 बजे बीडीए का दस्ता पुलिस व पीएसी बल के साथ चार बुलडोजर लेकर पहुंचा। पुलिस ने सबसे पहले वहां सड़क पर लोगों का आवगमन बंद कराया। पीलीभीत बाइपास रोड व संजयनगर मोड़ पर पुलिसकर्मी तैनात किए गए। आरोपी के होटल व घर के आसपास के इलाके को खाली कराकर पुलिसकर्मी तैनात किए गए।

मकान के अंदर की दीवारों से ध्वस्तीकरण की शुरुआत हुई। मकान के अंदर शटर व दीवारों को तोड़ा गया। पहली मंजिल गिराते ही बुलडोजर की ऊंचाई छोटी पड़ गई और काम रुक गया। इसके बाद बीडीए ने एक पोकलेन मशीन मंगवाई, जिससे कार्रवाई में तेजी आई। फिर भी रफ्तार मनमाफिक न होने पर बीडीए वीसी के आदेश पर अपराह्न तीन बजे दूसरी पोकलेन मशीन मंगवाकर होटल गिराने का काम भी शुरू किया गया। साढ़े नौ घंटे की कार्रवाई के दौरान मकान का 70 प्रतिशत व होटल वाली बिल्डिंग का 50 प्रतिशत हिस्सा ध्वस्त हो सका। हालांकि, बीडीए टीम ने जिस तरह ध्वस्तीकरण किया है, उससे दोनों इमारतें अब बेकार हो गई हैं। ध्वस्तीकरण की कार्रवाई को देखने के लिए लोगों की भीड़ भी जुटती रही, लेकिन पुलिस उनको खदेड़ती रही।

इस पूरी कार्रवाई की शुरुआत सुबह आठ बजे से होनी थी। इसके लिए तमाम अधिकारी व पुलिस फोर्स डीडीपुरम स्थित बीडीए कार्यालय पर सुबह सात बजे ही पहुंच गए थे, लेकिन तेज बारिश के कारण टीम आगे नहीं बढ़ी। सवा नौ बजे बारिश हल्की होने के बाद टीम कार्रवाई के लिए बीडीए कार्यालय से निकली और 9:30 बजे मौके पर पहुंची।

होटल के पड़ोस में ही एक मेडिकल स्टोर है। पुलिस ने आसपास की दुकानें बंद करवाकर कार्रवाई शुरू की तो पड़ोस के मेडिकल संचालक ने बीडीए अधिकारियों से कहा कि उनकी दुकान बिल्कुल सटी हैं। ध्यान रखें कि उस पर कोई आंच न आए। इस पर पहले तो बीडीए अधिकारी भड़क गए और कागजात मांगने लगे। बाद में उनको आश्वासन देकर लौटाया। इसके बाद कई लोग अपने-अपने मकानों और दुकानों की सुरक्षा सुनिश्चित कराने के लिए अधिकारियों से गुहार लगाई। पुलिस और बीडीए के अधिकारियों ने सभी को आश्वासन दिया कि उनका कोई नुकसान नहीं होगा।

होटल व घर के आगे लगे बिजली के खंभों के तार कार्रवाई में रुकावट बन रहे थे। इस वजह से कार्रवाई शुरुआत में धीमी चली। इसके बाद अधिकारियों ने विद्युत निगम की टीम को बुलाकर तारों को हटवा दिया, तब जाकर कार्रवाई में तेजी आ सकी। इसके बाद शाम सात बजे तक क्षेत्र की बिजली आपूर्ति बंद रही। शाम चार बजे के बाद लोग घरों और छतों पर चढ़कर कार्रवाई का जायजा लेते रहे।

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