गंदगी से प्राचीन रामकुंड तालाब (पंचक्रोशी-शिवपुर) का पानी में घुलनशील आक्सीजन की मात्रा ही कम होती जा रही है। इसके कारण इस तालाब में मछलियां मर रही हैं। बुधवार को तमाम मछलियां मर कर पानी की ऊपरी सतह पर आ गई।इस दौरान कई लोग मछलियां पकड़ते नजर आए।
इस प्राचीन कुंड की नियमित सफाई नहीं होती है जिसके चलते यहां गंदगी का अंबार लगा रहता है तथा बदबू आती है। जबकि प्राचीन मां अष्टभुजी मंदिर नर्मदेश्वर मंदिर में प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु पूजा पाठ करने आते हैं।
यही नहीं तालाब के किनारे दसवां सहित अन्य कर्मकांड करने आने वाले लोगों आते रहते हैं। इसके बावजूद यह तालाब नगर निगम के उपेक्षा का शिकार है। क्षेत्रीय निवासी मोनू जायसवाल ने बताया कि तालाब में कूड़ा-करकट व गंदगी होने के कारण मछलियाें को आक्सीजन नहीं मिल पा रहा है।इसके कारण मछलियां अब मर रही है। अभी मरने वाले मछलियों की संख्या काफी कम है। समय रहते ध्यान नहीं दिया गया तो तालाब की सभी मछलियां मर जाने की संभावना है।