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डिजिटल लॉकडाउन से दुनिया को मिला नया शब्द ‘BSOD’, जानें क्या है इसका मतलब

माइक्रोसॉफ्ट क्राउडस्ट्राइक आउटेज के बाद लैपटॉप में ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ (BSOD) की समस्या देखने को मिली। दरअसल यह एक तरह का एरर है जो सिस्टम को ‘रिकवरी’ मोड में डाल देता है।इसकी वजह से सिस्टम बार-बार रीस्टार्ट हो रहा था। इसमें लैपटॉप पर एक नीली स्क्रीन के साथ एक एरर मैसेज दिखता है, जिसे आम तौर पर ‘ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ’ बग के रूप में जाना जाता है। चलिए जानते हैं ये क्या बला है और सिक्योरिटी के मामले में इसके क्या मायने हैं।

क्या है ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ?

BSOD यानी ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ, विंडोज कर्नेल स्तर पर एक पूरी तरह से सिस्टम फेल होना है, जो विंडोज ड्राइवर और/या हार्डवेयर के साथ किसी एरर के कारण होती है। यह ऐप क्रैश नहीं है। यदि ब्राउजर क्रैश हो जाता है, तो विंडोज चलना जारी रहता है। लेकिन BSOD बहुत दुर्लभ है, क्योंकि यह लैपटॉप की ब्लू स्क्रीन का कारण बन सकता है क्योंकि वे ऑपरेटिंग सिस्टम में हाई लेवल पर चलते हैं। यह सिस्टम को पूरी तरह से रोक देता है। आसान शब्दों में कहें तो BSOD का मतलब है कि आपका सिस्टम बुरी तरह से क्रेश हुआ है।

माइक्रोसॉफ्ट विंडोज के लैपटॉप ही क्यों हुए प्रभावित

ये एरर सॉफ्टवेयर या हार्डवेयर समस्याओं के कारण हो सकते हैं। दरअसल, आज सुबह क्राउडस्ट्राइक ने एक अपडेट जारी किया था और इसके बाद ये ही लैपटॉप पर नीली स्क्रीन नजर आने लगी। यानी किसी बग, वायरस या ड्राईवर खराब होने जैसे कारणों की वजह से लैपटॉप BSOD का शिकार हो जाता है। इस मामले में क्राउडस्ट्राइक (Crowdstrike) के अपडेट में एक बग था जिसकी वजह से लैपटॉप और विंडोज डिवाइसेज और सर्विस पर BSOD की समस्या आने लगी।

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