सहारनपुरः इंडिया गठबंधन के तहत सहारनपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार इमरान मसूद के राग बदलते हुए नजर आ रहे हैं. न्यूज 18 से बात करते हुए मसूद ने कहा, “राम मिलेंगे मर्यादा से जीने में, राम मिलेंगे हनुमान जी के सीने में.ये देश राम का है.” इमरान मसूद 2014 में तब सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए “बोटी-बोटी” टिप्पणी का इस्तेमाल किया था. लेकिन अब मसूद “राम धुन” गा रहे हैं क्योंकि वह इस बार कांग्रेस-समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के रूप में सहारनपुर लोकसभा सीट से जीतने का एक और प्रयास कर रहे हैं. मसूद ने कहा, ‘यह चुनाव रोज़ी-रोटी (नौकरी-भूख) के बारे में है.’ बता दें कि मसूद का मुकाबला अपने धुर विरोधी और भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद राघव लखनपाल से है, जिन्होंने भारी जीत का दावा किया है.
सहारनपुर में लगभग 19 लाख मतदाताओं में से लगभग 6.8 लाख मुस्लिम हैं. भाजपा उम्मीदवार लखनपाल ने देवबंद में प्रचार के दौरान न्यूज18 से कहा, ‘कुल वोट 19 लाख हैं. यदि आप 6.8 लाख घटा दें, तो हमारे पास 13 लाख वोट हैं. तो कठिनाई क्या है?’ वहीं देवबंद से बीजेपी विधायक और यूपी के मंत्री ब्रिजेश सिंह ने कहा, “यह चुनाव 13 लाख बनाम 6.8 लाख है…और 13 लाख जीतेंगे.”
उत्तर प्रदेश में ‘क्रम संख्या एक सीट’, सहारनपुर, करीबी मुकाबलों के लिए जानी जाती है और पिछले दो दशकों से यह सीट सपा, भाजपा और बसपा के बीच झूलती रही है. 2014 में बीजेपी के लखनपाल ने यहां जीत हासिल की थी, लेकिन 2019 में एसपी और आरएलडी के समर्थन से बीएसपी उम्मीदवार ने यह सीट जीत ली. इसका कारण यहां 7 लाख मुस्लिम मतदाताओं और 3.8 लाख दलित मतदाताओं के साथ-साथ कुछ जाटों का विपक्षी गठबंधन के लिए एकजुट होना था. मसूद तब लखनपाल के बाद तीसरे स्थान पर रहे. अब, बसपा अकेली है सहारनपुर शहर के कई स्थानीय लोग लखनपाल का समर्थन कर रहे हैं. उनका कहना है कि कुछ मुसलमान भी उन्हें वोट दे सकते हैं क्योंकि विकास का फल उन तक भी पहुंचा है, देवबंद में एक मुस्लिम व्यक्ति ने न्यूज18 से कहा कि वह मोदी को वोट देगा क्योंकि उसका व्यवसाय सुरक्षित है और कानून-व्यवस्था अच्छी है. हालांकि, देवबंद में अधिकांश मुसलमान माजिद अली के पक्ष में हैं. लगभग 30 किमी दूर सहारनपुर के एक गांव में, स्थानीय मुसलमान बहुजन समाज पार्टी और माजिद अली की आलोचना कर रहे थे, उनका कहना था कि बसपा मुस्लिम वोटों को विभाजित कर रही है और इससे यहाँ फिर से भाजपा की जीत का मार्ग प्रशस्त होगा.