उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा युवाओं को हुनरमंद बनाने के लिए अनेक पहलें की जा रही हैं, जिनमें तीन दिवसीय क्षमता वर्धन कार्यशाला का आयोजन महत्वपूर्ण कदम है। यह कार्यशाला लखनऊ में शुरू हुई, जिसमें कौशल विकास मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने युवाओं के लिए रोजगार और स्वरोजगार के अवसरों पर जोर दिया। मंत्री ने कहा कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था को 1 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने में हुनरमंद युवाओं की अहम भूमिका होगी और इसके लिए हर जिले में कौशल प्रशिक्षण केंद्र खोले जाएंगे।
प्रमुख सचिव डॉ. हरि ओम ने प्रशिक्षण की गुणवत्ता को बनाए रखने और युवाओं से फीडबैक लेने की बात की। मिशन के निदेशक अभिषेक सिंह ने बताया कि कार्यशाला में जमीनी स्तर की समस्याओं के समाधान पर चर्चा की जाएगी, साथ ही प्रशिक्षण केंद्रों के संचालन, अभ्यर्थी प्रबंधन, वित्तीय प्रबंधन और अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की जाएगी। कार्यशाला में प्रशिक्षण प्रदाताओं को बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करने का भी निर्णय लिया गया।
यह पहल प्रदेश के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उनके कौशल को बढ़ाने में मदद करेगी, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था और विकास को नया दिशा मिलेगा।