मुजफ्फरनगर में आयोजित “पोषण ट्रैकर एप” पर प्रशिक्षण कार्यशाला एक महत्वपूर्ण कदम है जो आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को पोषण के क्षेत्र में सशक्त बना रहा है। इसमें सब्जियों और फलों के पोषण में महत्व को समझाया गया और कार्यकत्रियों को विभिन्न तकनीकी पहलुओं, जैसे परिवार सर्वेक्षण, ई-केवाईसी, और सामुदायिक प्रबंधन के बारे में जानकारी दी गई।
इस कार्यशाला में 400 से अधिक आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की भागीदारी यह दर्शाती है कि कैसे ये कार्यक्रम बच्चों और गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए महत्वपूर्ण हैं। यह कदम विशेष रूप से सैम बच्चों और नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए सहायक होगा।ऐसे कार्यक्रम बाल विकास सेवाओं के लिए बहुत आवश्यक हैं, और इससे उम्मीद है कि सभी कार्यकत्रियाँ अपने समुदाय में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान कर सकेंगी।